akhilesh yadav

लखनऊ (उत्तर प्रदेश): जब सपा संस्थापक मुलायम सिंह थे… तब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक प्रण लिया था…सपा को एक दिन राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाएंगे… अखिलेश अब उस रास्ते पर निकल पड़े हैं… समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने का बड़ा प्रयास शुरू हो गया… सपा अब उन राज्यों पूरी सक्रियता से पूरी गंभीरता से मुकाबला करेगी जहां उनके सियासी दुश्मन है… या फिर सियासी दोस्त…

हाइलाइट्स

  • 2024 से पहले 2023 में अखिलेश का नया प्रयोग… अगर सफल हुआ INDIA को मिलेगा फायदा
  • अखिलेश ने अपनी सियासत में एक नए शब्द का किया इजाद… अगर इसकी बदौलत सपा की सियासत चमकी… तो ‘INDIA’ की पार्टियों के बीच खत्म हो जाएंगे मतभेद की संभावना
  • अखिलेश अपने ‘नए प्रयोग’ के लिए छत्तीसगढ़ में बनाएंगे ‘प्रयोगशाला’…25 सितंबर से चुनाव अभियान करेंगे शुरू


इसी फेहरिस्त में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 25 सितंबर को छत्तीसगढ़ में अपनी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे… छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना के साथ चुनाव होने हैं… अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के बाहर अपनी पार्टी का विस्तार करने की योजना बनाई है… अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल की वर्तमान स्थिति से एक राष्ट्रीय पार्टी में बदलने की इच्छा रखते हैं…


अखिलेश यादव छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अग्रसेन धाम में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे… इसके अलावा वो सपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे… माना जा रहा है… कि यात्रा के दौरान सपा प्रमुख के छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात करने की संभावना है… छत्तीसगढ़ एक कांग्रेस शासित राज्य है, और समाजवादी पार्टी ने राज्य में कभी भी विधानसभा या लोकसभा सीट नहीं जीती है… पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई ने 40 विधानसभा सीटों की पहचान की है, जहां वह अपने उम्मीदवार उतार सकती है…समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है कि वह मिजोरम को छोड़कर सभी राज्यों में चुनाव लड़ेगी…


सपा पहले ही मध्य प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है… अखिलेश यादव की बैठक से पहले सपा की छत्तीसगढ़ इकाई ने 40 निर्वाचन क्षेत्रों की एक सूची बनाई है, जहां से वह चुनाव लड़ने का इरादा रख रहे हैं… सपा अब 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए देश में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन गई है…छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा और 11 लोकसभा सीटें हैं… 2018 में सपा ने लगभग 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन कोई भी जीत नहीं पाई… सपा की ओर कहा जा रहा है… इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है…वो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ दोस्ताना मुकाबला करेंगे, ताकि राज्य में हमारी राजनीतिक उपस्थिति और दृश्यता बढ़े..दोस्ताना मुकाबला सियासत की पृष्ठभूमि में एक बिलकुल ही नया शब्द है… एक अलग ही तरह का प्रयोग है… छत्तीसगढ़ को अपने इस प्रयोग के लिए अखिलेश यादव ने प्रयोगशाला बनाया है… अगर हिट हुआ तो समझिए… 2024 में इसका इंडी गठबंधन में शामिल पार्टियां करेगी… अगर छत्तीसगढ़ में अखिलेश की ओर से इजाद किया गया दोस्ताना मुकाबला हिट हुआ तो 2024 की बड़ी लड़ाई में फिट किया जाएगा… इससे इंडी गठबंधन में पार्टियों के बीच किसी भी मतभेद होने की संभावना खत्म हो जाएगी…