काजल निषाद (Kajal Nishad)


सपा की फायर ब्रांड नेता काजल निषाद (Kajal Nishad) क्या सपा के उन 12 नेताओं में है… जिनपर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सबसे पहले विश्वास किया है… जिनके नाम सबसे पहले उनके जेहन में आया… जिन्हें सबसे पहले अखिलेश ने प्रोजेक्ट करने का मन बनाया है… यूपी की 12 सीटों में क्या गोरखपुर है… जिस सीट पर से उम्मीदवार उतारने का ऐलान अखिलेश सबसे पहले कर सकते हैं… काजल निषाद के पास तो खबर होगी लेकिन जो अटकले लग रही है… उससे एक नई बात समाने आने लगी… उससे दो बाते उन दो बातों से दो तरह के मायने निकल रहे हैं… माना जारहा यूपी की 12 सीटों पर सपा ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिया… सपा अध्यक्ष अखिलेश ने को इसके संकेत दिए हैं कि पार्टी कुछ प्रमुख सीटों पर अपने उम्मीदवार नवरात्र में घोषित कर सकती है…माना जा रहा है कि पार्टी पहले चरण में उन सीटों पर उम्मीदवार साफ कर सकती है जहां सैफई परिवार के चेहरों की दावेदारी के आसार हैं… इसके अलावा चुनावी परसप्शन के लिहाज से अहम सीटों पर भी उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी है… सपा के अंदर से जो बात निकलकर सामने आ रही है… उसके मुताबिक

  • पहले चरण में 10 से 12 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम सार्वजनिक किए जाने के आसार हैं… इसमें पांच सीटें परिवार की हैं
  • डिंपल यादव फिर से मैनपुरी से उम्मीदवार होंगी,सपा मुखिया अखिलेश यादव कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे, ये तय हो चुका है
  • अखिलेश के चचेरे भाई और प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव की भी फिरोजाबाद से उम्मीदवारी पक्की है
  • आजमगढ़ उपचुनाव लड़ने वाले धर्मेंद्र यादव को फिर से उनकी पुरानी सीट बदायूं से लड़ाया जा सकता है पिछली बार यहां बीजेपी से संघमित्रा मौर्य ने धर्मेंद्र को हराया था
  • हालांकि, अब संघमित्रा के पिता स्वामी प्रसाद मौर्य सपा का दामन थाम चुके हैं, लेकिन संघमित्रा ने अब भी पांव बीजेपी में जमा रखे हैं… सबसे अहम सवाल आजमगढ़ से उम्मीदवारी का है…
  • सपा महासचिव और अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव इस सीट से अपने या बेटे आदित्य यादव के लिए टिकट चाहते हैं


मौजूदा समीकरणों को देखते हुए इसकी संभावना भी है… हालांकि, स्थानीय चेहरे का विकल्प भी खुला है… पहली सूची में इस सीट पर भी तस्वीर साफ हो सकती है… पहले चरण में सपा उन सीटों पर भी नाम घोषित कर सकती है, जिनको लेकर चर्चा और माहौल बनता है…सीटों में से सीएम योगी आदित्यनाथ की संसदीय सीट रही गोरखपुर भी शामिल है… सपा यहां किसी निषाद या ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगा सकती है


माना जा रहा है… इस लिस्ट में काजल निषाद (Kajal Nishad) का नाम सबसे ऊपर है… काजल गोरखपुर में अपनी राजनीतिक पैठ का जलवा दिखा चुकी है… ऐसे में कहा जा रहा है… यहां से काजल निषाद को सपा से टिकट मिलने की संभावना सबसे ज्यादा है… वहीं जनवरी में राममंदिर के लोकार्पण के साथ ही सियासी तापमान में उबाल की संभावनाओं से भरी फैजाबाद लोकसभा से भी सपा अगले महीने चेहरा घोषित करने की तैयारी में हैं… यहां से पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद को टिकट मिलने के सबसे अधिक आसार हैं…जातीय जनगणना और पीडीए को चुनावी हथियार बना रही सपा धर्मनगरी से दलित चेहरे पर दांव लगाकर सियासी समीकरण को और धार बनाने की संभावना तलाश रही है… बगल की अंबेडकरनगर सीट पर नाम तय करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है… मौजूदा सांसद रितेश पांडेय के मन बदलने की चर्चाओं के बीच पार्टी के पास यहां लालजी वर्मा, रामअचल राजभर, राममूर्ति वर्मा जैसे चेहरे पहले से ही पार्टी के पास हैं…

कौशांबी, उन्नाव, लखनऊ, मुरादाबाद आदि के उम्मीदवारों के नाम भी पहली सूची में दिख सकते हैं। कौशांबी से इंद्रजीत सरोज और उन्नाव से अनु टंडन की दावेदारी की चर्चा है, वहीं, मुरादाबाद से एसटी हसन को फिर टिकट मिल सकता है


सपा और के नेतृत्व के लिए 2024 का चयन सियासी अस्तित्व और केंद्रीय राजनीति में प्रासंगिकता के लिए अहम है… इसलिए, सपा मुखिया अखिलेश यादव पिछले चुनावों की तरह कोई उहापोह की स्थिति नहीं रखता चाहता… सैफई परिवार के चेहरों की सीट तय हो जाने से उन सीटों पर तैयारी का मौका मिल सकेगा और साथ ही एका औक समायोजन का बेहतर संदेश भी जा सकेगा… वहीं, अन्य सीटें जिसमें पार्टी उम्मीदें देख रही है, या बीजेपी के बड़े चेहरों की जहां घेराबंदी करना चाह रही हैं, वहां भी जमीनी तैयारी तेज हो सकेगी… इससे नतीजों को बेहतर करने की संभावना अधिक होगी… वहीं, गठबंधन की संभावना तलाश रहे दलों को भी चुनावी प्रतिबद्धता को लेकर पार्टी साफ संदेश दे सकेगी