राजनीति में चरणबद्ध तरीके से रणनीतियां बनाई जाती है और उसे अमल में लाया जाता है । ये तो आप सब जानते होंगे बीजेपी हिंदुत्व की राजनीति करती है । अब ये बात और है कि विपक्ष के लिए बीजेपी की ये राजनीति सांप्रदायिक है । लेकिन विपक्ष को भी खबर है अगर सत्ता में आना है तो हिंदुओं की आस्था को अपनाकर उन्हें सार्वजनिक तौर पर दिखाना हा होगा । ऐसा कभी कांग्रेस राहुल गांधी करते रहे हैं । उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी करती आयी है । राजनीति के जानकारों ने राहुल और प्रियंका के मंदिर में जाने को तब सॉफ्ट हिंदुत्व नाम दिया था ।

अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है । जिसके आधार अनुमान लगाया जा रहा है कि अखिलेश और उनकी पार्टी भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह की ओर जा रही है । ये तस्वीर महमूदपुर गांव में मौजूद श्री हनुमत शक्तिपीठ की है । जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दर्शन-पूजन किया। उन्होंने भंडारा और कन्यापूजन भी किया। श्री हनुमत शक्तिपीठ सीताराम जानकी बड़ाघाट स्थान अयोध्या से संबद्ध है। शक्तिपीठ के महंत श्री मंजुल दास महाराज जी ने शक्तिपीठ के महत्व से परिचय कराया।
सपा ने पूजा अर्चना करते अखिलेश की इन तस्वीरों को अपने अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से जारी किया । उसमे उन्होंने लिखा शक्तिपीठ के महंत जी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जीवन में विजय और सफलता का आशीर्वाद देते हुए कहा कि अखिलेश का मार्ग सत्य का मार्ग है। वे सुकर्म पथ के अनुयायी हैं। सच्चा धर्म वही है जिसका सम्बंध सुकर्म से होता है।
वहीं अखिलेश यादव ने कन्यापूजन को पवित्र कार्य बताते हुए कहा कि नारी शक्ति की वंदना भारतीय संस्कृति का अंग रही है। उन्होंने कहा कि भारत में धर्म का अपना अलग स्थान और महत्व है। राममनोहर लोहिया कहते थे कि राजनीति अल्पकालीन धर्म है इसका काम बुराई से लड़ना है। समाजवादी उन बुराइयों के खिलाफ लड़ रहे हैं जिनसे आज समाज में नफरत बढ़ रही है, बीजेपी की ओर से राजनीति से शुचिता और नैतिक मूल्यों को कमजोर किये जाने की साज़िश हो रही है।