कानपुर: कानपुर का अरमापुर ऑर्डिनेंस क्लब इन दिनों विवादों में है। विवाद का कारण क्लब के सचिव द्वारा एक कंपनी को केबल टीवी और इंटरनेट सर्विस के लिए दिया गया वर्क आर्डर है। इस वर्क आर्डर के बाद इंटरनेट और केबल टीवी सर्विस प्रोवाइड कराने वाली पुरानी सेवा प्रदाता कंपनी और क्लब के सचिव के बीच तनातनी शुरू हो गई है । पुरानी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी विशाल केबल नेटवर्क के मालिक विशाल मिश्रा ने क्लब के सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को शिकायत की है। इस शिकायत के माध्यम से उन्होंने इस पूरे मामले में कार्यवाही की मांग करते हुए वर्क आर्डर को तुरंत रोकने की अपील की है।


विशाल केबल नेटवर्क के मालिक विशाल मिश्रा का कहना है कि वह अर्मापुर स्टेट में सर्विस प्रोवाइड कराने के लिए लाइसेंस प्राप्त कंपनी है और उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2020 तक है। ऐसे में जो भी वर्क आर्डर मिलना था उनकी कंपनी को मिलना चाहिए था। लेकिन क्लब के सचिव ने अखबार में एक विज्ञापन निकालकर आनन-फानन में नए वर्क आर्डर के लिए बिड निकाल दी और आनन-फानन में ही एक कंपनी को वर्क आर्डर भी जारी कर दिया, जबकि 31 दिसंबर 2020 तक सर्विस प्रोवाइड कराने के लिए लाइसेंस उनकी कंपनी को प्राप्त है और वही इस क्षेत्र का कोई वर्क आर्डर लेने के लिए अधिकृत हैं। उन्होंने इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को शिकायत की है।
अब सवाल ये उठता है कि विशाल केबल को बिना नोटिस दिए कैसे दूसरा टेंडर निकला गया | दूसरा सवाल क्यों दूसरी कंपनी को बिना टेंडर निकले कैसे काम दे दिया