बॉलीवुड आज रो रहा है, आखिर रोए भी तो कैसे नहीं उसने अपनी जमीन एक ऐसे अभिनेता को हमेशा के लिए खो दिया । जिसने उसे गर्व करने का मौका दिया । सदाबहार अभिनेता इरफान खान को बुधवार दोपहर तीन बजे मुंबई के वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
इस मौके पर उनके दोनों बेटे अयान और बाबिल के अलावा केवल कुछ परिजन और करीबी दोस्त ही मौजूद रहे। इरफान खान ने धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें करीब एक सप्ताह पहले कोलोन इन्फेक्शन के चलते वहां भर्ती कराया गया था और वे आईसीयू में भर्ती थे।
‘अम्मा मुझे लेने आई हैं’
खबरों के मुताबिक, इरफान खान ने अपनी आखिरी सांस ली तो उससे पहले उनके मुंह से निकले शब्द थे- अम्मा मुझे लेने आई हैं। चार दिन पहले शनिवार को इरफान की मां सईदा बेगम का जयपुर में इंतकाल हुआ था। लेकिन लॉकडाउन की वजह से जनाजे में शामिल नहीं हो पाए थे। इरफान ने वीडियो कॉल के जरिए अपनी मां को आखिरी बार देखा था।
इरफान की आवाज में आखिरी शब्द
हैलो! भाईयों-बहनों, नमस्कार, मैं इरफान.. मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी… ये आखिरी शब्द थे इरफान की आवाज में। जिसे उन्होंने अपनी फिल्म अंग्रेजी मीडियम के प्रमोशन के लिए रिकॉर्ड किया था। लेकिन उन्होंने अपने संदेश में कहा था- मेरा इंतजार करना। इस इंतजार का अंत इस तरह होगा, ये शायद किसी ने नहीं सोचा था।
आखिरी ट्वीट भी आखिरी फिल्म के लिए
इरफान ने 12 अप्रैल को अपने ट्विटर हैंडल पर आखिरी संदेश लिखा था, जो उनकी फिल्म अंग्रेजी मीडियम के लिए ही था। ये 17 दिन पहले किया गया था। जिसमें उन्होंने लिखा था- मिस्टर चंपक का दिमाग कहता है : प्यार अंदर होता है, ये आपको निश्चित करना है कि इसे बाहर दिखाएं।
इसके साथ इरफान ने अपनी एक तस्वीर भी शेयर की थी, जिसमें कोट लिखा था- अंदर से मैं बहुत भावुक हूं, बाहर से मैं बहुत खुश हूं।
अगर मुझे जीने का मौका मिला, फिर अपनी पत्नी के लिए जीना चाहूंगा
इरफान एक लंबे समय से कैंसर के खिलाफ जंग लड़ रहे थे। बीमारी के दिनों में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी को अपना सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम बताते हुए कई भावुक बातें शेयर की थीं। दिए एक इंटरव्यू के दौरान इरफान ने कैंसर की लड़ाई को एक रोलर कोस्टर राइड बताया । जिसमें उनकी पत्नी सुतापा हर समय उनके साथ थीं। उन्होंने कहा, ‘ये एक यादगार रोलर कोस्टर राइड रही है। हम साथ में रोए हैं और हंसे भी हैं। सुतापा के बारे में क्या कहूं। वो 24 घंटे मेरे साथ रहती है। अगर मुझे जीने का मौका मिला तो मैं उसके लिए जीना चाहूंगा।
सुतापा इरफान के पूरी देखरेख करती थीं। अस्पतास से लेकर घर में सुतापा 24 घंटे इरफान की सेवा में लग जाती थीं। उन्होंने पिछले साल एक फेसबुक पोस्ट के जरिए इरफान के कैंसर बेटल पर अपनी बात रखी थी। उन्होंने बताया कि किस तरह बीमारी से जूझते हुए आम जिंदगी में उथल पुथल मच जाती है।
बेटों को लेकर इरफान क्या कहा था ?
इरफान और सुतापा की मुलाकात नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हुई थी। दोनों के बीच प्यार हुआ और एक लंबे समय तक रिलेशनलशिप में रहने के बाद दोनों ने साल 1995 में शादी की थी। उनके दो बेटे आयान और बाबिल हैं। अपने बेटों पर बात करते हुए इरफान ने कहा, ‘जिंदगी का सबसे अच्छा भाग है कि मैंने उन्हें बड़ा होते हुए देखा है। ये किसी भी किशोर के लिए बेहद खास है’। इरफान के बड़े बेटे बाबिल लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं जो लॉकडाउन के चलते भारत वापस आ चुके हैं।
ये थे इरफान की जिंदगी की खास बाते हैं… जिसे पढ़कर आप भी भावुक होंगे । बहरहाल यूपी न्यूज की ओर से भारत के शानदार अभिनेता इरफान को विनम्र श्रद्धांजलि