माफिया Atique Ahmed से सफेद और गुलाबी पर्ची का कनेक्शन… एक खास तरह की वसूली के लिए करता था इस्तेमाल

अतीक पर बड़ा खुलासा… रुपए की उगाही के लिए अपनाता था एक अलग तरीका
सफेद और गुलाबी गुलाबी पर्ची का अतीक लेता था सहारा… जिससे जो लेना होता था… उसको थमा देता थे पर्ची
माफिया अतीक अहमद लेता था चुनाव टैक्स-गुंडा टैक्स, सफेद और गुलाबी पर्ची का तय था रेट

यूपी में पांच बार विधायक और एक बार लोकसभा सांसद रहा माफिया अतीक अहमद की 15 अप्रैल को पुलिस की मौजूदगी में जीवन लीला खत्म हो गई… उसके चले जाने के बाद उससे संबंधित ऐसे खुलासे हो रहे हैं… जिसे सुनेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे… अब अतीक की जिंदगी से जुड़ी गुलाबी और सफेद पर्ची पर से पर्दा उठा है…गुलाबी और सफेद पर्ची के जरिए वो अपने माफिया साम्राज्य को बेखौफी के साथ चलाया करता था… इस गुलाबी और सफेद पर्ची में ऐसे राज छिए सुनने वाले तो चौंक रहे हैं….

माफिया अतीक अहमद के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है… अतीक अहमद लेता था चुनाव टैक्स और गुंडा टैक्स… और ये पैसे वो कैश में नहीं, एकाउंट में जमा कराया करता था… उन टैक्स के लिए अलग-अलग रंग की पर्ची बनाई गई थी। माफिया अतीक अहमद बड़े कारोबारियों से चुनाव लड़ने के लिए लेता था बड़ा चुनाव टैक्स और जब खुद अतीक चुनाव लड़ता था तो उसके चुनाव लड़ने पर जारी होती थी गुंडा टैक्स वसूली पर्ची…अतीक की हत्या के बाद ऐसे तो कई सवालों के जवाब अब ढूंढना मुश्किल हो गए हैं हालांकि, कुछ बड़े दावे भी किए जा रहे हैं…. एक दावा ये भी किया गया है कि अतीक बड़े बिल्डर और बड़े कारोबारियों से चुनाव लड़ने के लिए चुनाव टैक्स लिया करता था….

अतीक अहमद की तरफ से दो तरह की पर्चियां जारी की जातीं थीं…

बड़े व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को दी जाती थी सफेद पर्ची, जिसका रेट पांच लाख से ऊपर तय किया गया था और छोटे व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को दी जाती थी गुलाबी पर्ची… जिसके लिए 3 लाख से लेकर 5 लाख तक का रेट तय था…

इस तरह से सफेद और गुलाबी पर्ची का रेट तय किया जाता था… इन पर्चियों से लिए गए पैसे कैश में नहीं लिए जाते थे बल्कि एकाउंट में जमा कराए जाते थे। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अकाउंट नंबर 60164021028 में जमा होते थे चुनाव टैक्स के पैसे। इस बैंक में माफिया अतीक अहमद के नाम से बैंक अकाउंट।

पुलिस की जांच में अतीक अहमद की कई बेनामी संपत्तियों को पता चला है जो कि दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में मौजूद हैं… इन बेनामी संपत्तियों का हर महीने लाखों रुपये किराया आता था और अतीक के कुनबे को मिलता था। एसटीएफ को अतीक का बीते दिनों मध्य प्रदेश के एक बड़े हीरा कारोबारी से मनमुटाव होने की जानकारी भी मिली है…अतीक के शूटर गुड्डू मुस्लिम के बारे में कहा जा रहा है कि अतीक की हत्या की खबर सुनने के बाद प्रयागराज में वह अपने एक करीबी से इंटरनेट के माध्यम से संपर्क साधा था, इसके बाद उसकी लोकेशन कर्नाटक में पाई गई है…बता दें, अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को 17 अप्रैल को प्रयागराज की केंद्रीय जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में ट्रांसफर किया है… इन तीनों ने अतीक और अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें मेडिकल जांच के बाद अस्पताल से वापस लाया जा रहा था….