क्या कोई देश इस वक्त कोरोना वायरस को चाहकर भी इग्नोर कर सकता है ? क्या लोगो को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक ना करने करने की भूल कोई देश कर सकता है ? अगर आप सोच रहे हैं । ऐसी हिमाकत कोई नहीं करेगा । तो सौ फीसदी गलत हैं ।

चलिए एक ऐसे देश से आपको तारुफ कराते हैं जहां ये सब हो रहा है । इस देश का नाम है तुर्कमेनिस्तान । जिसने कथिततौर पर ‘कोरोना वायरस’ शब्द पर बैन लगा दिया है। साथ ही, लोगों के मास्क पहनने पर भी पाबंदी लगाई है । एक रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्कमेनिस्तान की सरकार के फरमान के बाद वहां के मीडिया मीडिया और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बांटे जा रहे स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी में भी इस शब्द के इस्तेमाल से बचा जा रहा है।

अब तुर्कमेनिस्तान की सरकार की इस कार्यशैली पर क्या कहेंगे । जिस महामारी का असर तकरीबन दुनिया के हर हिस्से में है, उसके बारे में बात करने पर पुलिस यहां लोगों को डिटैन कर रही है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, जनता के बीच ‘स्पेशल’ एजेंट्स आम कपड़ों में मौजूद हैं, जो छुपकर उनकी बातें सुनते हैं ताकि वह उन लोगों का पता लगा सकें जो कोरोना वायरस के बारे में बात कर रहे हैं।

बहरहाल हम तो यही कहेंगे तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बेयरडेमुकामेडॉव हैं, जिन्हें ‘फादर प्रोटेक्टर’ भी कहा जाता है। उन्हें ईश्वर सदबुद्धि दे ताकि इस तरह की लापरवाही को जल्द सुधार कर जनता की जान दांव पर ना लगाकर उन्हें सुरक्षा दे सके ।