जौनपुर: आज जहां जमात में शामिल लोगों द्वारा पुलिस और प्रशासन से छिपते फिरने की कहानियां चर्चाओं में हैं वहीं जौनपुर शहर के गिरधरपुर निवासी अकरम के बेटों ने मुस्लिम समाज के लिए नई मिसाल पेश की। उन्होंने खुद ज़िला प्रशासन को फोन कर अपने पिता के तब्लीकी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना दी और पिता का मेडिकल चेकअप करने का अनुरोध किया।

65 वर्ष के अकरम अपने दोस्तों के साथ आंध्र प्रदेश में ज़मात में शामिल होने गए थे। 22 फरवरी को वापस आकर उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया था। लेकिन अब जबकि जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ता और संस्था के कार्यक्रम में शामिल लोगों में कोरोना के मरीज़ मिलने के मामले बढ़ते जा रहे हैं तो उनके बेटों ने प्रशासन को पिता के बारे।में सूचित किया है। बेटों की सूचना पर अकरम और अन्य 5 लोगों की जांच कराई गई और सभी को शिया कॉलेज के शेल्टर होम में क्वॉरेंटाइन रखा गया है।

जौनपुर के डीएम डीके सिंह ने मोहम्मद अकरम के बेटों का आभार जताया है। उन्होंने अपील की है कि अपने और अपने परिवार के हित में बाहर से आये हुए लोग ख़ुद आगे आएं। ज़िला प्रशासन उनकी हर संभव मदद करेगा।