• नोएडा में कोरोना वायरस के 31 केस
  • 19 के लिए सिर्फ एक कंपनी जिम्मेदार
  • सीज फायर कंपनी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत केस

यूपी में अबतक कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित ki है। इस आपराधिक लापरवाही की वजह से 11 कर्मचारियों समेत 19 लोग कोरोना वायरस के चपेट में हैं। कंपनी के खिलाफ अब केस दर्ज किया जा चुका है।

कैसे कोरोना वायरस ने दी इस कंपनी में दस्तक ?

दरअसल नोएडा के सेक्टर-135 में मौजूद सीज फायर कंपनी में बीते दिनों लंदन से एक ऑडिटर आया था। कंपनी ने इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग से न सिर्फ छिपाई, बल्कि कर्मचारियों के बचाव के लिए भी जरूरी इंतजाम नहीं किए। ऑडिटर पास के ही एक फाइव स्टार होटल में भी ठहरा था। अब आलम ये है कि विदेशी ऑडिटर के जरिए कंपनी के कर्मचारियों में संक्रमण फैल चुका है।

गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनुराग भार्गव ने सीज फायर कंपनी के खिलाफ एक्सप्रेसवे थाने में केस दर्ज कराया है। लंदन से आए ऑडिटर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। यह FIR महामारी अधिनियम 1897 के तहत दर्ज कराई गई है।

डर तो ये भी है कि संक्रमित कर्मचारियों के परिजनों में भी संक्रमण की आशंका बढ़ चुकी है। इसी कंपनी के कर्मचारी के जरिए पड़ोस के जिले बुलंदशहर में कोरोना वायरस पहुंचा, आज वहां पहला मरीज मिला, ये इसी कंपनी का कर्मचारी है। अन्य कई लोग भी इसके जरिए संक्रमित हो गए हैं।