chandrashekhar azad

देवरिया (Deoria) की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Ravan) एक ऐसी सीख दी है… एक ऐसी नसीहत दी है… जिसकी चर्चा सियासी गलियारे में खूब हो रही है… हर किसी की जुबां पर चंद्रशेखर की बात है…. चंद्रशेखर ने जिस एक शब्द का इस्तेमाल किया है…वो अबतक उनसे पहले एक बार ही हुआ है… कुल मिलाकर भीम आर्मी चीफ ने अपनी सियासी समझ के मुताबिक सीएम योगी को एक व्यापक सलाह दी… इस तरह का सुझाव शायद ही उनसे पहले किसी नेता ने सीएम योगी को दिया होगा… चंद्रशेखर ने ऐसी कौन सी नसीहत दी… जिसे सीएम योगी सुनेंगे तो अच्छा नहीं लगेगा… एक तरह से योगी इसे पर्सनल अटैक मानेंगे… अपनी राजनीतिक क्षमता के खिलाफ मानेंगे… एक तरह से बड़ी चुनौती के तौर पर लेंगे… चंद्रशेखर की ओर ये सीएम योगी को दी गई नसीहत में योगी राज के लिए एक अलग ही तरीके की राजनीति का संदेह नजर आ रहा है… वैसे चंद्रशेखर से पहले अखिलेश ने योगी से यही कहा था माहौल का बिगाड़ा नहीं जाना चाहिए….शिवपाल ने कहा था राजनीति नहीं होनी चाहिए… दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय होनी चाहिए… लेकिन अखिलेश-शिवपाल ने सीएम योगी को इस तरह की कड़वी नसीहत शायद ही पहले दी होगी… लेकिन लगता नहीं है चंद्रशेखर की ओर से दी गई नसीहत का योगी सरकार पर कुछ असर हुआ है… चंद्रशेखर ने सीएम योगी को क्या सलाह दी है… उस पर आए लेकिन देवरिया के फतहेपुर गांव में अभी क्या हुआ हो रहा है…


देवरिया में सत्यप्रकाश दुबे के गुनहगारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है…लेकिन एक बात जो दिमाग को हिलाकर रख रहा है… यादव समाज के लोगों को पसंद नहीं आ रहा है… कि प्रशासन आखिर प्रेम यादव के घर पर बुलडोजर चलाने पर क्यों अड़ा हुआ… फतेहपुर गांव में प्रेमचंद यादव का घर सरकारी जमीन पर कब्जा करने के बाद बनाया गया था… उस जमीन की पैमाइश हो चुकी है। एसडीएम ने लोगों को उस घर से निकलने और सामान निकालने का आदेश दे दिया है… अब कभी भी बुलडोजर अपनी कार्रवाई शुरू कर सकता है…देवरिया हत्याकांड में राजस्व विभाग ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य मृतक प्रेमचंद यादव के मकान और जमीन की पैमाइश पूरी कर ली है और जरूरी मार्किंग करके फील्ड बुक तैयार कर लिया है…. रिपोर्ट मिलने के बाद तहसीलदार ने प्रेम यादव के पिता समेत पाँचों आरोपितों के खिलाफ बेदखली का आदेश जारी कर दिया है… अब प्रेमचंद की कोठी पर बुलडोजर चलाने का आदेश जारी हो सकता है…इस मामले में प्रशासन की पहली पैमाइश को प्रेम यादव के पिता रामभवन ने नकार दिया था… इस मामले में 5 अक्टूबर को पहला नोटिस जारी हुआ था… इसके बाद 9 अक्टूबर को दूसरी बार टीम ने पैमाइश की है… दूसरी बार भी प्रेम यादव का मकान सरकारी जमीन पर बना पाया गया…पैमाइश करने वाली टीम ने रिपोर्ट दे दी, जिसके बाद तहसीलदार ने बेदखली का आदेश भी जारी कर दिया है… देवरिया के फतेहपुर गाँव में प्रेम के मकान की पैमाइश के दौरान हंगामे के बाद धारा-144 लागू कर दी गई है…


तो साफ है देवरिया वाले मसले पर अभी लड़ाई और लंबे चलनी वाली है… अब आते चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Ravan) की उस बात पर जिसमें उन्होंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया…जो उसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी के लिए था… दरअसल गुजरात दंगा के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी एक मंच पर मिले… तो इसी दौरान अटलजी ने मोदी को राजधर्म की सीख दे दी… अब यही सीख भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दे रहे हैं… कह रहे हैं…


हर शासक का एक राजधर्म होता है कि वो अपने सभी नागरिकों को एक आंख से देखे और जाति धर्म के आधार पर उनमें भेद न करें परिस्थिति कोई भी हो न्याय सबको मिले और अन्याय किसी के साथ भी न हो! पूर्व के कटु अनुभवों के बाद भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को सलाह देना चाहता हूं उन्हें अपना राजधर्म निभाना चाहिए।

तो चंद्रशेखर, योगी को राजधर्म की सीख दे रहे हैं… ऐसी बात ऐसी सलाह अब से पहले किसी ने सीएम योगी को दी होगी… अब देखने वाली बात है… कि योगी इसे किस तरह से लेते हैं,,,