चंद्रशेखर आजाद ने कहा- बेटियों की आंख से आंसू बहेंगे तो नहीं सहेंगे… लेकिन धरने पर बैठने की बात आई तो अभी नहीं कह गए !

जंतर मंतर पर पहलवानों का दंगल… नेता क्या कर पाएंगे मंगल ?
पहलवानों का अपना एजेंडा… नेताओं का अपना फंडा… किसके पक्ष में चलेगा कानून का डंडा ?
चंद्रशेखर आजाद की ललकार… बेटियों आंखों से आंसू निकले तो खून का कतरा बहा देंगे…. लेकिन… अब यही ‘लेकिन’ पर उठने लगे सवाल

जीहां राजनीति में जैसे ही लेकिन आ जाए… तो समझ लीजिए कुछ तो बात है…इसलिए सामने वाला जो कुछ कह रहा… साथ देने की बात कह रहा है… तो उसमें अगर-मगर है… तो समझिए आप जिस मुगालते में हैं… उस मुगालते से जितनी जल्दी हो निकलकर जरूर आईए… जंतर मंतर पर चंद्रशेखर आजाद ने जो कुछ कहा… उसमें एक बात जो उन्होंने कही… उसी बात को सुनकर… उसी ललकार को जानकर बहुतों को मजा नहीं आया होगा… पहलवानों को भी ऐसा लगा जरूर होगा… जैसी उम्मीद चंद्रशेखर आजाद से उन्हें होगी… वैसा मिला नहीं होगा… जैसा जवाब बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चंद्रशेखर आजाद से रखा होगा… वैसा दिया नहीं… जंतर-मंतर पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद आए… भाषण भी दिया… सुनने वालों ने सुना भी होगा… लेकिन मजा नहीं आया होगा… ये हम क्यों कह रहे हैं… क्योंकि एक चंद्रशेखर आजाद कह रहे हैं… बेटियों के लिए खून का कतरा बहा देंगे… दूसरी ओर कह रहे हैं… अभी अपने पास तो वक्त नहीं हैं…

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कस रहे हैं… दूसरी ओर लग रहा था वो पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं… नए तरीके से उनकी उपलब्धियों को रख रहे हैं… उनसे अपील कर रहे हैं… बेटियों के लिए अधिकार नहीं मांग रहे हैं…

अब जिसका साथ देने के लिए चंद्रशेखर आए हैं… उनकी जुबां से निकले शब्दों में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के लिए सम्मान नहीं है… वो सब पहलवान डटकर बृजभूषण शरण सिंह से लड़ना चाहते हैं… लेकिन चंद्रशेखर उनके खिलाफ बोल तो रहे हैं… संभलकर… चुनौती दे तो रहे हैं… संभलकर

बहरहाल भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने पहलवानों की लड़ाई में हिस्सा तो लिया… लेकिन उससे एक किस्सा ये भी बना… अगर वाकई में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह गलत हैं… तो इस लड़ाई में नेताओं से लेकर कुछ कतिथ यूट्यूब पत्रकारों के आने से बात नहीं बनेगी… दबाव नहीं बनेगा… लड़ाई को इन पहलवानों को अकेले लड़ने के लिए मानसिक तौर पर तैयार करना होगा…