• दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा ताहिर हुसैन
  • कोर्ट में सरेंडर से पहले क्राइम ब्रांच ने दबोचा
  • पार्किंग से पार्षद ताहिर हुसैन को किया गिरफ्तार

दिल्ली हिंसा से जुड़े तीन मामलों में आरोपी आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है । ताहिर हुसैन पर आईबी अधिकारी की हत्या का भी आरोप है । हिंसा के बाद से ताहिर हुसैन फरार चल रहा था ।दिल्ली क्राइम ब्रांच ने ताहिर हुसैन को उस वक्त गिरफ्तार किया । जब वो दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचा। ताहिर की ताक में बैठी क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे कोर्ट के पार्किंग से गिरफ्तार किया । वही इस मामले में जज ने कहा कि सरेंडर पर सुनवाई का अधिकार हमारा नहीं है और याचिका को खारिज कर दिया।


मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने ताहिर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली थी। इससे पहले उसने सरेंडर करने का फैसला किया। उन्होंने खुद पर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मुझे फंसाया जा रहा है। उपद्रवियों ने मेरे मकान का गलत इस्तेमाल किया है।ताहिर ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। बीजेपी ने मुझे साजिश के तहत फंसाया है। मैंने अपने घर से डंडे से उपद्रवियों को भगाने की कोशिश की थी। मैं नारको टेस्ट के लिए भी तैयार हूं। पुलिस ने मुझे खुद मेरे घर से रेस्क्यू किया था।

ताहिर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी

आपको बता दें कि दिल्ली हिंसा के बाद से ताहिर की तलाश में जुटी एसआईटी ने दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर उसकी तलाश में छापेमारी की थी। एसआईटी सूत्रों की मानें तो ताहिर 2 मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते रहे। 24 तारीख को 12 बजे तक की कॉल डिटेल्स खंगाली गई, जिसके मुताबिक ताहिर हुसैन 24 की रात 12 बजे के आस-पास तक चांद बाग के उसी घर में मौजूद था। वहीं जांच मे यह बात भी सामने आई थी कि ताहिर ने 24 तारीख को दिनभर में करीब 150 कॉल किए थे। जांच में जुटी पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह कॉल उसने किसको की थी।

SIT के रडार पर फोन पर ताहिर से बात करने वाले संदिग्ध


मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने फरार ताहिर हुसैन के फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाली है। उसकी 19 नंबरों पर ज्यादा बातचीत हुई है। इस आधार पर यह माना जा रहा है कि जिन नंबरों पर उसकी ज्यादा बातचीत हुई है, वह उसके करीबी नेटवर्क में हैं और उनकी भूमिका संदिग्ध हो सकती है। लिहाजा ये लोग पुलिस जांच की राडार पर हैं।