गाजियाबाद में लॉकडाउन के बीच सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई । दरअसल गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला मैदान में जमा ये भीड़ श्रमिकों की है, जिन्हें घर जाने के लिए ट्रेन पकड़नी है। लेकिन इतने लोगों को संभालने में प्रशासन नाकाम नजर आ रहा है।
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ट्रेन रजिस्ट्रेशन के लिए लोग एक दूसरे से बिल्कुल सटे हुए दिखाई दिए, वहां पैर रखने तक की जगह नहीं थी। सबसे डराने वाली बात यह है कि 500 मीटर के अंदर कोरोना पॉजिटिव मरीज होने की जानकारी आरोग्य सेतु ऐप से मिली है।
आपको बता दें कि प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के लिए यूपी सरकार ने ट्रेनों का इंतजाम किया है। गाजियाबाद में सोमवार को बिहार जाने वाले मजदूरों को रोका गया और उन्हें ट्रेन से भेजने का रजिस्ट्रेशन किया गया। इस दौरान रामलीला मैदान में हजारों की संख्या में श्रमिक उमड़ पड़ा और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं।
मैदान में उमड़े मजदूर उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों और बिहार जाने वाले थे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि श्रमिक एक दूसरे पर लदे जा रहे थे। भीड़ बेकाबू हो रही थी। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जा रहा था लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था।
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इस भीड़ में सबसे ज्यादा टेंशन देने वाली बात आरोग्य सेतु ऐप खोलकर देखने पर पता लगी। मौके पर मौजूद रिपोर्टर ने जब आरोग्य सेतु ऐप खोलकर देखा तो 500 मीटर की दूरी में ही कोरोना मरीज के होने का पता चला। ऐसे में भीड़ में कोरोना फैलने के चांस पूरे हैं।
सरकार ने श्रमिकों को गाजियाबाद के रामलीला मैदान में रोककर उन्हें ट्रेनों से घर भेजने को कहा है। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की टीमें यहां लगाई गईं। टीमों का काम श्रमिकों से फॉर्म भरवाना और उनकी थर्मल स्कैनिंग करना था। इस दौरान टीमें यहां बैठकर एक-एक करके मजदूरों को रजिस्ट्रेशन कराने को कहती रहीं लेकिन यहां उमड़ी हजारों की संख्या में श्रमिकों की भीड़ बेकाबू हो गई।