- यूपी पुलिस का जांबाज नीरज जादौन
- अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर दंगाईयों से लड़े
- हथियारों से लैस दंगाईयों को खदेड़ा
उत्तर प्रदेश पुलिस के जांबाज पुलिस अफसर नीरज जादौन (IPS Neeraj Jadaun) की चर्चा आज हर ओर है जो नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा के दौरान हीरो के तौर पर सामने आए हैं। उन्होंने दंगाइयों से कई परिवारों को बचा लिया।
खबरों के मुताबिक जानकारी के मुताबिक, 25 फरवरी को नीरज दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर दंगे के दौरान पट्रोलिंग कर रहे थे। ठीक उसी नीरज को करीब 200 मीटर दूर गोली चलने की आवाज सुनाई दी, जिस जगह गोली चली । ये इलाका दिल्ली के करावल नगर में था। उन्होंने देखा कि करीब 50 लोगों की भीड़ गाड़ियों में आग लगा रही है। उनमें से एक पेट्रोल बम लेकर एक घर में घुस गया। नीरज ने तुरंत बॉर्डर पार करते हुए दंगाइयों को रोकने का फैसला किया।
एसपी नीरज जादौन (IPS Neeraj Jadaun) के मुताबिक दिल्ली का ये इलाका उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का था। हालांकि वे आगे बढ़े और उनकी टीम भी साथ आ गई। दंगाइयों के पास हथियार थे और उनके साथ बहुत कम लोग थे। उन्होंने दंगाइयों को समझाया लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने गोली चलाने की धमकी दी। हालांकि दंगाइयों ने पत्थर फेंके और गोली की आवाज भी आई। एसपी की टीम ने हिम्मत नहीं छोड़ी और दंगाइयों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि उस वक्त यह भी डर था कि दंगाई पुलिसवालों पर ही फायरिंग कर सकते थे। लेकिन वे डटे रहे। इस तरह उन्होंने कई परिवारों को बचा लिया। एसपी नीरज का कहना है कि वो कोई हीरो नहीं हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे थे।
अब इसे भले ही नीरज अपनी ड्यूटी मानते हो लेकिन आईपीएस एसोसिएशन को उनपर गर्व है। जिसे उन्होंने ट्वीट कर लिखा है ।
गाजियाबाद पुलिस के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन (IPS Neeraj Jadaun) ने दिल्ली हिंसा के दौरान हथियारों से लैस दंगाइयों पर काबू करने के लिए प्रोटोकॉल को तोड़ा । ऐसा उन्होंने कई लोगों की जान बचाने के लिए किया । दिल्ली हिंसा के दौरान अदम्य साहस दिखाने के लिए IPS नीरज जादौन पर गर्व है।