CM Yogi के मंत्री Nandi को डबल झटका… अपने ही ‘घर’ में किनारे लगा दिए…धीरे धीरे और पर कतरने के आसार !

माफिया अतीक अहमद तो चला गया… लेकिन जिससे अदावत थी… उनकी सियासत की लुटाई भी डुबो दी !
नंदी पर बीजेपी ने नजरे तरेरी… पर कतरने के लिए उनके ही ‘दुश्मन’ को बीजेपी दे दी जगह !
‘नंदी’ को डबल झटका…पहले पत्नी का टिकट कटा… अब जिसे नहीं चाहते उन्हें ही बीजेपी में मिल गई जगह… आगे क्या होगा ये सोच नंदी परेशान!

याद कीजिए अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने फरार होने से पहले, बीएसपी में शामिल होते वक्त नंद गोपाल नंदी पर क्या आरोप लगाए थे… जो आरोप लगाए थे… लगता है…नंदगोपाल नंदी उसकी जद में आ गए… नंदी की सियासत के साथ बीजेपी में खेल हो गया है… पहले उनकी पत्नी अभिलाषा नंदी की सियासी महात्वाकांक्षा पर पानी फिर गया… अब उसका दुश्मन, योगी के लिए, केशव के लिए, भूपेंद्र चौधरी के लिए, बीजेपी संगठन के लिए दोस्त बन गया… तो यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी नाराज हैं… नाराजगी क्यों ये तो बता देंगे… लेकिन नाराज किससे हैं… इसकी भी पड़ताल करेंगे… दरअसल बीजेपी की ओर से एक फैसला लिया गया… एक ऐसे नेता को बीजेपी की सदस्यता दिलाई… जिसे नंद गोपाल नंदी अपने सबसे बड़े सियासी दुश्मन के तौर पर लेते रहे… जिन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव में नंद गोपाल नंदी की सियासत को चुनौती देने का भरपूर प्रयास किया… नंदी तो तब हारते हारते रह गए…. अब वो नेता, जिनका नाम रईस चंद्र शुक्ला है… वो बीजेपी में आए… तो बीजेपी संगठन कह रहा है… आप आए शुक्रिया है…. तो योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया… उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल करने पर यूपी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी भयंकर नाराज है… नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कह दिया… स्थानीय विधायक के रूप में मुझे विश्वास में लेना तो दूर बिना कोई औपचारिक सूचना दिए ऐसा किया जा रहा है…

मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि स्थानीय विधायक की अवहेलना और उपेक्षा करते हुए विपक्षी उम्मीदवार को पार्टी ज्वाइन कराना बेहद गंभीर प्रकरण और गहरी साजिश है…ये भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और पार्टी की लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था के सिद्धान्त से सर्वथा प्रतिकूल है… जो लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी हठधर्मिता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं, उनके इस मनमाने रवैये की घोर निन्दा करता हूं… ये रवैया पार्टी की मूल वैचारिकी और कार्यपद्धति से पूरी तरह विपरीत है….

नंदी को बीजेपी की ओर से ये दूसरा झटका था… पहला झटका उन्हें तब मिला… जब उनकी पत्नी अभिलाषा नंदी को मेयर पद का बीजेपी की ओर से टिकट नहीं मिला… जीहां प्रयागराज की निवर्तमान महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी महापौर पद पर हैट्रिक लगाने से चूक गई…हैं। लगातार दो बार प्रयागराज की महापौर रह चुकीं अभिलाषा गुप्ता नंदी तीसरी बार बीजेपी से टिकेट पाने के प्रयास में एड़ी-चोटी का जोर लगा रही थीं.. काफी समय से अभिलाषा लखनऊ में पार्टी संगठन से जुड़े कई लोगों से मुलाकात कर अपनी दावेदारी को धार देने की कोशिश में लगी थीं… हालांकि संगठन ने इस बार उनपर भरोसा न कर बीजेपी के महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी दांव लगाया है… अभिलाषा ने पहली बार निर्दलीय और दूसरी बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता था… पहले रिकॉर्ड है कि प्रयागराज में कभी बीजेपी मेयर का चुनाव नहीं जीत पाई थी… प्रयागराज सीट से दो बार कभी कोई नहीं जीता.. इस बार सीट अनारक्षित होने के नाते अभिलाषा गुप्ता नंदी फिर से जीतना चाहती थीं… हालांकि नंदी हैट्रिक से चूक गईं…

नंदी का अब ये बयान तब आया है जब उन्हें डबल झटका मिला… पहले पत्नी का टिकट कटा… दूसरा झटका तब लगा… जब प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी कार्यालय में रईस चंद्र शुक्ला को पार्टी में शामिल कराया… 2022 के विधानसभा चुनाव में रईस चंद्र शुक्ला ने नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के खिलाफ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था… इसमें उनकी हार हुई थी… नंदी ने रईस चंद्र शुक्ला को 26 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था…. अब उनके पार्टी ज्वाइन करने को लेकर नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने गहरी नाराजगी जताई है…. वहीं निकाय चुनाव से पहले मंत्री के इस बयान से पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं… हालांकि मंत्री ने कहा कि संगठन से उनका कोई विरोध नहीं है…. नंद गोपाल नंदी प्रयागराज शहर के दक्षिणी सीट से विधायक हैं और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं… उन्होंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप पर पार्टी के बड़े लोगों पर इशारा करते हुए इसे प्राइवेट लिमिटेड पार्टी की तरह चलाने का आरोप भी लगाया है… बहरहाल अतीक प्रकरण के बाद मंत्री नंद कुमार नंदी के पर धीरे धीरे कतरे जा रहे हैं… और उन्हें एहसास हो चुका है… आगे और भी उनके खिलाफ बीजेपी की ओर से फैसले लिए जाएंगे… नंदी की नाराजगी ये उसी का परिणाम है…