कोरोना के प्रभाव को यूपी में रोकने के लिए योगी सरकार अपनी ओर से प्रयासरत है । इसके लिए वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी निगरानी में प्रदेश के सभी जिलों की समीक्षा भी करते हैं । बहरहाल केंद्र सरकार ने रेड जोन से ग्रीन जोन में जिलों को रखने के मानक बदले हैं। अब 28 दिन की बजाय 21 दिन तक कोरोना वायरस से संक्रमित का नया केस नहीं आने पर जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में कर दिया जाएगा। अभी तक 14 दिन तक नया केस नहीं आने पर जिले को रेड से आरेंज और फिर अगले 14 दिनों तक केस नहीं आने पर ग्रीन जोन जिलों में रखा जाता था।

केंद्र सरकार की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार यूपी के 19 जिले रेड जोन में है। ऑरेंज जोन में 35 जिले और ग्रीन जोन में 20 जिले हैं।

रेड जोन में आने वाले जिले

आगरा, लखनऊ, कानपुर शहर, सहारनपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संतकबीरनगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा और बरेली

ऑरेंज जोन में आने वाले जिले

गाजियाबाद, हापुड़, बस्ती, बागपत, बदायूं, संभल, औरैया, शामली, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी , श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई और कौशांबी

ग्रीन जोन में आने वाले जिले

बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हाथरस, महराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकरनगर, बलिया, चंदौली, चित्रकुट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र और अमेठी

अब जान लीजिए रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन क्या है ?

ग्रीन जोन को सबसे सुरक्षित माना गया। ऐसे जनपद जहां कोरोना संक्रमण को कोई मामला न पाया गया हो उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। जिन जनपदों में एक से लेकर 10 लोग कोरोना संक्रमित हुए हों वह जिला आरेंज जोन जबकि 10 से अधिक संक्रमित वाले जिले को रेड जोन में शामिल किया गया है।