लखनऊ। आतंकी हमला होने पर बड़े इमामबाड़े की सुरक्षा व्यवस्था परखने के लिए रविवार को मॉकड्रिल की गई। इसमें दोपहर को सुरक्षाकर्मियों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि आतंकियों ने इमामबाड़े में केमिकल ब्लॉस्ट कर दिया है। इससे इमामबाड़े का एक हिस्सा गिर गया है और कई लोग मलबे में दब गए हैं। सैकड़ों लोग घायल हो गए है और ताबड़तोड़ धमाके हो रहे हैं। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। कई लोग बेसुध हो गए हैं। सूचना मिलने पर एटीएस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ कई सुरक्षा एजेंसियां के साथ कई सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंच गई और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। मॉक ड्रिल की कमान प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने संभाली थी।

इससे पहले माकड्रिल की पठकथा के अनुरूप राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद के नेतृत्व में एंटी टेररिस्ट स्क्वायड एटीएस (एटीएस), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), एसएसबी, आरएएफ, पुलिस व अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची। साथ में डाग स्क्वायड की टीम भी पहुंची। एटीएस के जवानों ने आतंकियों से मोर्चा लिया। लगातार गोलीबारी हुई और छह आतंकी मार गिराए गए। वहीं एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने आधुनिक उपकरणों से सर्च व रेस्क्यू आपरेशन चलाया। मलबे में दबे लोगों को सांकेतिक रूप से बाहर निकाला। इमामबाड़ा में फंसे लोगों को बाहर निकालने के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर व मास्क का उपयोग किया गया। स्ट्रेचर पर रस्सी से बांधकर लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा गया। आनन-फानन डंडे की सीढ़ी तैयार कर इमामबाड़े में लगाई गई। एसएसबी, आरएफ व स्थानीय पुलिस के जवान लोगों को बाहर निकालने में सहयोग करते रहे। वहीं, जनता को सुरक्षित रहने के लिए लगातार संदेश प्रसारित किए जाते रहे, ताकि किसी भी तरह की भगदड़ की स्थिति न बनें। मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ टीम की कमान कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा, उप कमांडेंट नीरज कुमार ने संभाली। इस दौरान डीएम अभिषेक प्रकाश, एडीएम विवेक कुमार मिश्रा, आईपीएस सतीश कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद थे।