Mayawati के Imran Masood की ‘चाहत’ को Akhilesh Yadav ने फिर दिया झटका… क्या मायावती के ‘प्लान’ को अखिलेश ने कर दिया फेल ?

क्या मेरठ में सपा के अंदर सबकुछ ठीक है… या फिर बवाल है ?
क्या अखिलेश के सामने अपनों ने खड़ी की एक बड़ी परेशानी… समाधान का रास्ता क्या निकाला ?
मायावती के इमरान मसूद ने अखिलेश से पूछा सवाल… सपाई को बसपाई बनाने की छेड़ी मुहिम… कामयाबी से पहले अखिलेश ने चल दी चाल ?

जीहां विरोधियों को मौका मिला तो अपने लिया मौका ही मौका बनाने के फिराक में लग गए… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के राजनीतिक फैसले पर सवाल उठाने लगे… निकाय चुनाव को बहाना बनाकर अखिलेश की राजनीति पर निशाना लगे… और अपनी ओर मुस्लिम नेताओं को खिचने के लिए प्लान बनाने लगे… उनका ब्रेन वॉश करने लगे… बताने लगे… भईया सपा में तो ये होने लगा… ये हो रहा है… तो कैसे हो रहा है…

एक नेता सपा से रूठा हुआ है… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से रुठा हुआ है… अब अखिलेश रुठे को मनाने के लिए निकले हैं… अपनी बात उऩतक पहुंचाने के लिए आए हैं… उनको बता रहे हैं… ऐसा क्यों किया… ऐसा हो गया तो अगर आप ये मान रहे हैं… हमने आपको इग्नोर किया… आपका कद सपा में घट गया…तो ऐसा है नहीं … अब से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को शायद ही किसी ने देखा होगा… लेकिन अबकी बार देख रहे हैं… उन्हें अपने मानेंगे तो सपा के 4 और कद्दावर नेता मान जाएंगे… उस एक नेता के साथ आ जाने से अखिलेश के साथ 4 नेता आ जाएंगे… उस नेता समेत अभी सपा के 5 बड़े नेता अखिलेश से रुठे हुए हैं… तो क्या है माजरा है… कहां का माजरा है… इसे समझने के लिए इस रिपोर्ट को आखिर तक जरूर देखिए…

दरअसल यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण में चुनाव से पहले अखिलेश एंड टीम की एक फैसले की वजह मेरठ और उसके आसपास के सपाई सपा से नाराज है… अब जबकि अखिलेश मेरठ में मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान के प्रचार के लिए आए हैं… तो उन्होंने कोशिश की अपने रूठे हुए नेताओं को मनाने की… अखिलेश मेरठ में अपने विधायक रफीक अंसारी के घर पहुंचे… अब अखिलेश रफीक के दर इसलिए पहुंचे… कहा जा रहा है… वो नाराज हैं… टिकट ना मिलने से सबसे ज्यादा खफा बताए जा रहे… कहा जा रहा है… इस मुलाकात का मकसद अपने विधायक रफीक अंसारी की नाराजगी को दूर करना है…

कहा जा रहा है… अखिलेश मेरठ 2 बजे पहुंचे… करीब 3 घंटे शहर में रुके… करीब एक घंटे रोड शो किया… इसके बाद अखिलेश शहर सीट से सपा के विधायक रफीक अंसारी के घर करीमनगर पहुंचें… यहीं वो नाश्ता किया… अखिलेश सरधना विधायक अतुल प्रधान, किठौर विधायक शाहिद मंजूर और दूसरे बड़े सपा नेता भी रफीक अंसारी के घर पहुंचें…कहा जा रहा है… अखिलेश ने अपने विधायकों से यहीं चुनाव के बारे में बातचीतकी…

आपको बता दें कि मेरठ में मेयर चुनाव लड़ने के लिए रफीक अंसारी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे… मेरठ में अंसारी बिरादरी की एक लाख से ज्यादा वोट होना और 4 लाख से ज्यादा मुस्लिम होने की वजह से उनको मजबूत माना जा रहा था… लेकिन सपा ने अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान का टिकट कर दिया… इसके बाद से रफीक को नाराज बताया जा रहा है…रफीक किसी नाराजगी की बात नकारते रहे हैं। हालांकि उन्होंने एक बातचीत में इशारे में ये कहा था कि शाहिद मंजूर 4 बार के विधायक और वो 2 बार के विधायक हैं जबकि अतुल पहली बार MLA बना है… ऐसे में पार्टी को सम्मान में ध्यान रखना चाहिए…

और यही से शुरू हुआ सपा के अंदर घमासान… जिसने अखिलेश यादव को हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर कर दिया… राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और पूर्व एमएलसी राकेश यादव पहले से ही डेमेज कंट्रोल करने मेरठ पहुंचे हुए थे… इस दौरान पार्टी में कई विधायकों और सांसदों के नाराज होने की खबरें सामने आई थीं… जिस वजह से किरणमय नंदा और राकेश यादव नाराज ने विधायकों से बात की.. कहा जा रहा है… कि मेरठ में सपा विधायक अतुल प्रधान की पत्नी और मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान के प्रचार से तीन विधायकों समेत पांच बड़े नेताओं ने दूरी बना रखी है….

सपा विधायक रफीक अंसारी, विधायक शाहिद मंजूर, आरएलडी विधायक गुलाम मौहम्मद, मेयर सुनीता वर्मा और पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने दूरी बना रखी है…

ये सभी नेता अतुल प्रधान की पत्नी के लिए वोट मांगते नजर नहीं आ रहे हैं… अब जबकि अखिलेश ने मुलाकात की… तो क्या अब सपा के अंदर सबकुछ ठीक हो गया है…