उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक शख्स पत्नी की मौत से इस कदर परेशान हो गया कि उसने अपनी दो बेटियों को मौत के घाट उतार दिया और अपनी भी जीवनलील समाप्त कर ली. गुरुवार की रात थाना मऊदरवाजा परिसर के पीछे मोहल्ला बहादुरगंज में दोनों बेटियों की हत्या कर शिक्षक ने जान दे दी. शुक्रवार सुबह शिक्षक सुनील का शव पंखे से लटकता पाया गया. वहीं, सुनील की 7 वर्षीय पुत्री शगुन एवं 11 वर्षीय बेटी सृष्टि के शव तख्त पर रखे दिखे, जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.

सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. घटना के बाद इलाके के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. सुनील की पत्नी का बीते 2 माह पूर्व देहांत हो चुका है. गुरुवार को शगुन का जन्मदिन था. मृतक सुनील ने बेटी का जन्मदिन मनाया और बेटियों को घुमाने बाजार भी ले गया था. लेकिन रात में ही हत्या और आत्महत्या की खबर आ गई.l

सुनील ग्राम अर्राह पहाड़पुर स्थित बाबू सिंह इंटर कॉलेज में शिक्षक था. इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस को मृतक के घर से दो पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला है. सुसाइड नोट में मृतक ने अपनी मृतक पत्नी से बेहद प्यार करने की बात कही है. उसने सुसाइड नोट में लिखा- ‘प्रीति अब मैं और बच्चे सभी तुम्हारे पास आ रहे हैं, अब तुम्हारे जाने के बाद सब कुछ सूना हो गया है. मैं और मेरे बच्चे जिम्मेदार हैं.’

सुसाइड नोट में आगे लिखा गया था कि मैं अपनी पत्नी प्रीति के बगैर नहीं रह पा रहा हूं क्योंकि शादी के बाद प्रीति ने ही जीना सिखा दिया था. असल में जीवन क्या है उससे ही सीखा, मैंने कभी भी किसी भी चीज के लिए प्रीति को मना नहीं किया. मैंने प्रीति को बहुत प्यार करके शादी के बाद उसकी परवरिश की. मेरे जीवन में प्रीति के सिवा कोई नहीं है क्योंकि प्रीति ने अपना पूरा जीवन मेरे लिए समर्पण किया. मैंने उसकी वजह से बहुत ही मेहनत कर जान पहचान बनाई.

अंग्रेजी में आई मिस यू प्रीति लिखकर सुनील ने कहा है कि मैं जो कदम उठाने जा रहा हूं वह बहुत गलत है. क्योंकि यह मेरी मजबूरी है मैं अगले जन्म में आऊंगा ऐसा नसीब लेकर नहीं आऊंगा. सुनील ने आगे लिखा- जब जन्म हुआ तो मां नहीं रही, जब समझदार होकर शादी हुई तो शादी के बाद पत्नी नहीं रही. मेरे मरने के बाद मेरे शरीर को और मेरी दोनों बेटियों को शरीर का पोस्टमार्टम नहीं करवाना. यदि मैंने किसी भी व्यक्ति या मित्र तथा महिला के साथ जाने अनजाने में कुछ कह दिया हो तो मुझे माफ करें. प्रीति मैं तुम्हारे पास आ रहा हूं और बच्चों को भी ला रहा हूं.