उत्तर प्रदेश का पहला ट्रांसजेंडर पुलिस सहायता केंद्र लखनऊ कमिश्नरेट के कैसरबाग़ थाने में खोला गया. इस सहायता केंद्र के ज़रिये अब ट्रांसजेंडर्स की शिकायतों पर 24 घंटे सुनवाई की जाएगी. इस सहायता केंद्र में एक दरोगा के साथ चार सिपाहियों की टीम तैनात की गयी है. इस सहायता केंद्र की सुविधा होने से हमारे समाज में थर्ड जेंडर को भी वरीयता मिलेगी और अपने मुद्दों पर वे खुलकर अपनी बात रख सकेंगे. इतना ही नहीं उनकी शिकायतों पर जल्द से जल्द जांच के साथ-साथ करवाई भी की जाएगी. इसके लिए वहां महिला दरोगा संगम  यादव को नियुक्त किया गया है. जिनके साथ चार अन्य सिपाहियों को भी तैनात किया गया है.

यह विशेष सहायता केंद्र 24 घंटे के लिए खुला रहेगा. इसके साथ ही लोगों की मदद के लिए दो नए हेल्पलाइन नंबर 9454403857 व  7839861094 भी जारी किये गए हैं. इन नम्बरों के ज़रिये भी पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. जिसके बाद उस शिकायत पर  नियमानुसार करवाई की जाएगी. पुलिस मुख्यालय से जुड़े अधिकारीयों का कहना है कि जल्द ही पूरे प्रदेश के थानों में ट्रांसजेंडर सहायता केंद्र खोले जाएंगे. विशेष सहायता केंद्र खुलने से किन्नर समाज के लोग खुश हैं और उनका मानना है कि इस पहल से अपनी शिकायतों को पुलिस के सामने रखने में उन्हें हिचकिचाहट और परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे अपनी हर समस्या का सुलभ एवं जल्द समाधान इन केंद्रों के ज़रिये पा सकेंगे

ट्रांसजेंडर सेल की मुख्या विशेषताएं 
ट्रांसजेंडर की समस्या का समाधान महिला अधिकारी द्वारा किया जायेगा.
ट्रांसजेंडर की समस्याओं को गंभीरता से लिया जायेगा.
उनकी शिकायतों पर जल्द से जल्द आवश्यकतानुसार करवाई की जा सकेगी.
न्याय जल्दी मिलेगा.