एक आईपीएस पुलिस (IPS Police Officer) अफसर को टक्कर दे कर पिंटू डेढ़ा खासी सुर्खियां बटोर रहा है. खुद पुलिस अफसर को भी पिंटू का भौकाल (Bhaukaal) पसंद आया है. बेशक यह भौकाल और सुर्खियां फिल्मी हैं, लेकिन गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) के रहने वाले पिंटू डेढ़ा यानि प्रदीप नागर रियाल लाइफ में भी खासी सुर्खियां बटोर रहे हैं. आज वेब सीरीज (Web series) भौकाल की जमकर तारीफ हो रही है. वहीं फिल्म में निगेटिव किरदार निभाने वाले प्रदीप नागर के बारे में भी लोग चर्चा कर रहे हैं. लेकिन फिल्म में एक आईपीएस अफसर से भिड़ने वाले प्रदीप रियाल लाइफ में खुद भी एक आईपीएस अफसर बनना चाहते थे.

दसवीं फेल होकर आईपीएस और कलाकर बनने के लिए छोड़ा घर

भौकाल का निगेटिव किरदार पिंटू डेढ़ा का असल जिंदगी में प्रदीप नागर नाम है. वो गौतम बुद्ध नगर के सादुल्लापुर गांव के रहने वाले हैं. प्रदीप के पिता चाहते थे कि वो पढ़-लिखकर कुछ बन जाए, लेकिन प्रदीप दसवीं की परीक्षा में दो बार फेल हो गए. जिस पर पिता की उनसे उम्मीद टूट गई. पिता की निराशा को देखकर प्रदीप को भी बुरा लगता था. प्रदीप का कहना है कि वो एक आईपीएस अफसर बनना चाहते थे, लेकिन उसके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी था. प्रदीप फिल्म अक्सर फिल्म देने के लिए गाजियाबाद और दादरी जाते थे.विज्ञापन

इसी दौरान उनकी बुआ के लड़के ने उन्हें बताया कि आजकल तो लोग एक पुलिस अफसर से ज्यादा फिल्मी कलाकार को ज्यादा पंसद करते हैं. लेकिन जब प्रदीप एनएसडी में दाखिला लेने गए तो वहां भी दसवीं पास की जरूरत थी. इसके बाद प्रदीप ने मुम्बई का रुख किया. जहां काम की तलाश के दौरान प्रदीप ने फर्स्ट डिवीजन से दसवीं भी पास कर ली. इस दौरान प्रदीप को फिल्म और नाटक में भी काम मिलने लगा. सीरियल सावधान इंडिया और हाइवे मूवी में भी काम किया.

प्रदीप का कहना है कि वो आईपीएस अफसर नवनीत सिकेरा से बहुत प्रभावित थे. इसी के चलते जब भौकाल के बारे में सुना तो वो नवनीत सिकेरा का रोल निभाने के लिए ऑडीशन देने पहुंच गए. लेकिन हीरो का रोल निभाने के बजाए उन्हें फिल्म का निगेटिव किरदार पिंटू डेढ़ा का दिया गया. लेकिन आज भौकाल के पार्ट-2 में आज फिल्म के हीरो से ज्यादा चर्चा पिंटू डेढ़ा की हो रही है. खुद नवनीत सिकेरा भी पिंटू की अदाकारी को पसंद कर रहे हैं.