नोएडा के श्रीकांत त्यागी केस की तरह वाराणसी की भी एक हाउसिंग सोसायटी में एक भाजपा नेता के खिलाफ वहां की कुछ महिलाओं ने हल्ला बोलना शुरू कर दिया है. इसका असर हुआ कि भाजपा नेता पर बुलडोजर एक्शन हुआ है. दरअलस, आरोपों के घेरे में आए भाजपा नेता अखंड प्रताप सिंह के कथित अवैध कब्जे पर आज यानी गुरुवार को बुलडोजर चला और वीडीए के अफसरों ने कथित अवैध निर्माण को ढहा दिया. बता दें कि नोएडा के श्रीकांत त्यागी के अवैध कब्जे पर भी बुलडोजर चला था.
दरअसल, मामला वाराणसी के सिकरौल इलाके की वरुणा एंक्लेव सोसायटी का है, जहां भाजपा के उपाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह पर खाली पड़ी जमीन को कब्जा करके कार्यालय बनाने का आरोप था. आरोपों के बाद जब वीडीए ने जांच की तो कब्जा अवैध पाया गया, जिसके बाद आज पुलिस की मौजूदगी में वीडीए अफसरों ने अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया.
अखंड प्रताप पर जबरन कार्यालय खोलने का आरोप लगाते हुए यहां की रहने वाली महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था. नोएडा के गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी केस में जिस तरीके से योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की, उसी से प्रेरित होकर सोसाइटी की महिलाएं घरों के बाहर निकल आईं और हल्ला बोल के जरिए अखंड प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए.
आंदोलित महिलाओं ने भाजपा नेता की तुलना श्रीकांत त्यागी से की और आरोप लगाया कि विरोध करने पर भाजपा नेता के समर्थकों ने गाली-गलौज की और सोसाइटी के एक युवक की पिटाई भी की है. सोसाइटी की आंदोलित महिलाओं का आरोप है कि जहां कार्यालय खोला गया, वहां पहले कॉलोनी का गेट था. जब सड़क चौड़ीकरण हुआ तो कॉलोनी की बाउंड्रीवाल पीछे करनी पड़ी. महिलाओं का आरोप है कि खाली पड़ी जमीन पर उन्होंने अपना कार्यालय खोल दिया.
वहीं, इस मामले में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा कि मनगढ़ंत आरोप लगाकर छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उस बिल्डिंग की तीन महिलाएं मेरे साथ अदावत रखती हैं. ये जमीन सोसायटी के नक्शे में नहीं है. मुझको बदनाम करने की साजिश है. वो जगह आबादी की जमीन है. वो सोसायटी की जमीन नहीं है. 25 साल से मेरे कब्जे में वो जमीन है. पहले मैं वहां गाड़ी खड़ी करता था.