पल्लवी पटेल की बगल में रागिनी सोनकर बैठी मुस्कुरा रही थी… ऐसा लगा… जैसे वो कह रही हो मजा आ गया…
पल्लवी ने क्रांतिकारी दुर्गा भाभी का जिक्र किया… विधानसभा में बैठे बीजेपी विधायक इध-उधर देखने लगे
पल्लवी ने सिराथू को लेकर बीजेपी पर ऐसा किया वार… केशव सुनेंगे तो यही कहेंगे… अरे ये क्यों हुआ… अब तो बात जनता के बीच आ गई

विधानसभा में अपना दल कमेरावादी से विधायक पल्लवी पटेल ने योगी सरकार को इस तरीके से घेरा कि उनकी बगल में बैठी सपा विधायक रागिनी सोनकर मुस्कुराने के लिए मजबूर हो गई… शायद मन ही मन सोच रही होगी… मजा आ रहा है.. गजब का आईना पल्लवी ने सरकार को दिखाया… जवाब देना भी चाहे तो दे नहीं पाएंगे… रागिनी सोच रही होंगी… पल्लवी तो मैं जिसतरह का मुद्दा उठाती हूं ठीक उसी तरीके का मुद्दा उठा रही है…. पल्लवी पटेल ने बोलने के दौरान दुर्गा भाभी का जिक्र किया… और उनका जिक्र कर योगी सरकार को पूरी तरह से घेर लिया… पूछ लिया क्या यही सम्मान है… पल्लवी ने क्या कहा वो सुनाएंगे… लेकिन उससे पहले जान लीजिए…दुर्गा भाभी है कौन… जिसको लेकर पल्लवी सरकार पर आक्रामक है…
दुर्गा भाभी वो थी… जिन्होंने भगत सिंह, राजगुरु और चंद्रशेखर आजाद जैसे गरम दल के क्रांतिकारियों की रहीं थी… दुर्गा भाभी ने अंग्रेजों की चूलें हिला दी… बमतुल बुखारा नाम से चर्चित जिस पिस्तौल से चंद्रशेखर आजाद कंपनी बाग में अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया… उस पिस्तौल को दुर्गा भाभी ने उपलब्ध कराया था… दुर्गा भाभी के नाम से अंग्रेज इस कदर दशहत खाने लगे थे कि उन्हें आयरन लेडी के नाम से पुकारते थे… 15 अक्टूबर 1999 को 92 साल की ये स्वतंत्रता सेनानी दुनिया को अलविदा कह गई… अब उन्ही के नाम पर पल्लवी के सिराथू के शहजादपुर में एक पुल बना… लेकिन 300 करोड़ की लागत में बना और उद्घाटन के तीन महीने बाद ही दुर्गा भाभी पुल अंतिम सांसे गिनने लगा…

पल्लवी दूर्गा भाभी सेतु पुल का जिक्र सरकार को घेर रही थी… और उनकी बगल में बैठी रागिनी सोनकर मुस्कुराते हुए शर्म करो शर्म करो कह रही थी… पल्लवी अब कह रही है… पुल को महज तीन महीने ही चलाना है… तो दुर्गा भाभी का नाम क्यों दिया… अपने खास का नाम दे देते… भ्रष्टाचारियों का नाम दे देते.