कोरोना को हराने के लिए सीएम योगी अपनी ओर से एक्शन मोड में हैं । लेकिन क्या अधिकारी उनके दिशा निर्देशों पर अमल कर रहे हैं । लगता तो यही है कुछ कर्मचारी और अधिकारी इस विषम स्थिति में अपने लिए मुनाफा की तलाश में हैं । गरीबों के हकों पर डाका डाल रहे हैं ।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुशीनगर में कोरोना राहत सामग्री में तय मात्रा से कम समाग्रियां पायी गई है । ये राहत सामग्रियां यूपी इंडस्ट्रियल कोऑपरेटिव एसोसिएशन की ओर से भेजी जा गई । लेकिन राशन किट में दर्शाए गए मात्रा के अनुरूप राहत सामग्री नहीं मिली । इसकी शिकायत लिखित तौर SDM ने DM से की है ।शिकायत पत्र में लिखा गया
20 मई को आपूर्ति फर्म यूपी इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन लिमिटेड, हजरतगंज, लखनऊ की ओर से 500 पैकेट बड़ा साइज राशन किट सामग्री गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल क्वारंटाइन सेंटर में उपलब्ध करायी गई । लेकिन आपूर्ति किए गए सील पैकेट में से दो पैकेट को खोला गया तो उसमें कई सामग्रियां कम पायी गई । जो इस प्रकार से है-
- आलू- 5 किलोग्राम नदारद
- रिफाइण्ड तेल- एक लीटर नदारद
- हल्दी- 250 ग्राम नदारद
- धनिया- 250 ग्राम के स्थान पर 200 ग्राम
- अरहर दाल की गुणवत्ता अत्यन्त खराब पायी गई
ये चिट्ठी SDM ने DM को लिखी है । और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की ।