नगर दर्शन यात्रा से दो दिन पहले शनिवार की रात वेणी माधव मंदिर पर कब्जे की कोशिश में घंटों हंगामा हुआ। शाम को महानिर्वाणी अखाड़े से जुड़े दर्जनों संत वेणी माधव मंदिर में घुसकर बवाल काटने लगे। आरोप है कि उन्होंने तोड़फोड़ भी की और पुजारियों, सेवादारों को धमकाया भी। बबाव की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मंदिर की महंत साध्वी वैधव गिरि के अलावा दूसरे पक्ष के संतों को भी थाने में बैठा लिया। दोनों पक्षों को मठ से जुड़े कागज प्रस्तुत करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है।
वेणी माधव मंदिर का प्रबंधन मौजूदा समय जूना अखाड़े के पास है। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर रहे ओंकार देव गिरि के ब्रह्मलीन होने के बाद वर्ष 2020 में उनकी दत्तक पुत्री वैभव को वेणी माधव मंदिर और मठ की गद्दी सौंपी गई थी। साध्वी वैभव को 2013 में ही जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर बनाया गया था। शनिवार की शाम महानिर्वाणी अखाड़े की चार मढ़ी बाधला के महंत रघुराज गिरि कई संतों के साथ वेणी माधव मंदिर पहुंचे।
इन संतों ने मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा,अभिषेक भी किया और मठ को अपना बताते हुए खाली कराने के लिए हंगामा करने लगे। महंत वैभव गिरि का आरोप है कि मंदिर में जबरन घुसने वालों ने तोड़फोड़ भी की और कई वस्तुओं को नुकसान पहुंचाया। मना करने पर मारपीट पर उतारू हो गए। उस दौरान मुहल्ले के भी सैकड़ों लोग पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। विवाद इस कदर बढ़ा कि मंदिर के सामने रास्ता जाम हो गया।दोनों पक्षों को थाने ले आई पुलिस
जानकारी मिलने के बाद पहुंची दारागंज पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई। बाद उन्हें मठ के कागज दिखाने के लिए छोड़ दिया गया। इस दौरान मठ में घुसे लोगों ने एक पर्चा भी वितरित किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस पर्चे में वेणी माधव की महंत साध्वी वैभव पर गैर हिंदू से शादी करने और मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाने की बात कही गई है। महंत यमुना पुरी का कहना है कि वेणी माधव मंदिर महानिर्वाणी अखाड़े की परंपरा का है। अपनी गुरु गद्दी पर ही रघुराज गिरि गए थे। उधर, वैभव गिरि ने इस प्रकरण को सिर्फ मठ पर कब्जे की साजिश करार दिया है।
वेणी माधव मंदिर में संपत्ति के विवाद की जानकारी मिलने के बाद दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया। मठ पर दावा जताने वाले दोनों पक्षों को दो दिन के भीतर कागज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।– अजय कुमार, एसएसपी।
वेणी माधव मंदिर जूना अखाड़े की परंपरा के तहत संचालित होता है। वैभव गिरि ही ओंकार देव गिरि के बाद वहां की महंत बनाई गई हैं। कुछ लोग जबरन गुरु परंपरा का हवाला देकर मठ की संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं। – महंत हरि गिरि, संरक्षक-जूना अखाड़ा और महामंत्री-अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद।टूट गई परंपरा, रात आठ बजे ही बंद हो गए वेणी माधव के कपाट
बवाल और हंगामे के कारण शनिवार को वेणी माधव मंदिर के दर्शन-पूजन की परंपरा भी टूट गई। शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट रात को 11 बजे बंद होने की परंपरा रही है, लेकिन विवाद की वजह से मंदिर रात आठ बजे ही बंद कर दिया गया। हंगामे को दौरान घंटों दर्शन-पूजन प्रभावित रहा। वेणी माधव की पौष पूर्णिमा पर 17 जनवरी को नगर दर्शन शोभायात्रा भी निकलने वाली है