जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि अशरफ और उसके गुर्गों की सप्ताह में कम से कम एक बड़ी मीटिंग जेल के अंदर जरूर होती थी। इसमें पुराने मुकदमों में लाभ लेने, गवाहों को धमकाकर खामोश रखने, विरोध की स्थिति में उनकी हत्या करने, पुलिस व जेल अधिकारियों को प्रलोभन देने, नहीं मानने पर उनकी और अभियोजन अधिकारियों की हत्या का प्लान तक बनाया जाता था। हालांकि बरेली जेल में ही पूरी सेटिंग होने की वजह से बरेली में ऐसी नौबत नहीं आई।
पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली जेल में बंद है। वह उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है। इस हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रची गई थी। इस मामले में एसटीएफ के इनपुट पर बरेली पुलिस ने अवैध तरीके से अशरफ से शूटरों की मुलाकात कराने वाले जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और जेल में सब्जी मुहैया कराने वाले टेंपो चालक दयाराम उर्फ नन्हे को जेल भेजा है।
नन्हे के मोबाइल से करता था कॉल
जेल में सब्जी पहुंचाने वाले टेंपो चालक नन्हे के मोबाइल से भी अशरफ ने लोगों से बात की थी, जिसकी पुष्टि हुई है। जेल से अधिकांश व्हाट्सएप कॉल ही हुई हैं, लेकिन कई बार शातिर इसका डाटा भी उड़ा देते थे। अब सर्विलांस सेल इसका रिकॉर्ड निकलवाने में जुटी है। सीओ थर्ड आशीष प्रताप सिंह ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। वहीं बारादरी थाना पुलिस और एसटीएफ धरपकड़ में जुटी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने पुराने शहर से एक संदिग्ध को उठाया है।
जेल में अशरफ से मिले थे शूटर
प्रयागराज पुलिस सूत्रों के मुताबिक एनकाउंटर में मारे गए शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने 11 फरवरी को बरेली जिला कर अशरफ से मुलाकात की थी। उस्मान के साथ गुलाम और गुड्डू मुस्लिम भी आए थे। शहर में अशरफ का साला सद्दाम भी डेरा डाले हुए था। वह खुशबू एनक्लेव में ब्रोकर के जरिए मकान लेकर रह रहा था। वहीं अशरफ से जेल में मुलाकात करने वाले गुर्गों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इनमें अशरफ का साला सद्दाम और उसका साथी लल्ला गद्दी भी शामिल है। जांच में कई चौंकाने वाले राज खुल सकते हैं।