उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का पेपर टाइप कराने के लिए दिल्ली से 4 स्टूडेंट्स हायर किए गए थे। इन्हें चंद रुपए देकर पेपर टाइप कराया गया। इसके बाद 4 अलग-अलग प्रेसों में पेपर छपवाया गया। इसमें एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह की प्रेस भी शामिल है, जो नोएडा के सेक्टर-62 में स्थित है।
यूपी STF के सब इंस्पेक्टर अक्षय कुमार ने नोएडा के थाना सूरजपुर में दर्ज कराई गई FIR में पेपर छापने में बरती गई एक-एक लापरवाही का जिक्र किया गया है। इस FIR में पेपर आउट के लिए सीधे तौर पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय को दोषी बताया गया है।
STF ने पूछताछ के बाद छात्रों को दी क्लीन चिट
FIR के अनुसार, सचिव ने अनुचित लाभ के लिए अक्षम संस्था (RSM फिनसर्व लिमिटेड दिल्ली) को पेपर छापने का ठेका दे दिया। इस संस्था ने भी अनुभवहीन व्यक्तियों को नियुक्त करके पेपर छपवाया। ऐसे में प्रश्नपत्र की चेन ऑफ कस्टडी के साथ गोपनीयता भी कई लेवल पर भंग हुई।
FIR में साफ तौर पर लिखा है कि RSM फिनसर्व कंपनी ने TET का हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू व संस्कृत भाषाओं में पेपर टाइप कराने के लिए दिल्ली में स्कूल-कॉलेजों के 4 छात्र बुलवाए। STF ने इन छात्रों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि उन्हें सिर्फ टाइपिंग के लिए बुलाया गया है। इसके बदले उन्हें मेहनताना दिया गया। पूछताछ के बाद STF ने चारों छात्रों को क्लीन चिट दी है।
कदम दर कदम लापरवाही बरती
- RSM फिनसर्व लिमिटेड दिल्ली के पास छपाई हेतु पर्याप्त संसाधन और ढांचागत सुविधा नहीं थी।
- मुद्रण का ठेका मिलते ही RSM ने प्राइवेट कर्मचारियों की बिना जांच के नियुक्ति की।
- पेपर को टाइप कराने के लिए दिल्ली के स्कूल-कॉलेजों वाले चार छात्रों को बुलाया गया।
- RSM ने पेपर खुद न छापकर दिल्ली, नोएडा, कोलकाता की चार प्रेस में छपवाए।
- RSM के मुख्य कार्यालय में बियर का गोदाम और ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालित था।
- जिन चार प्रेस में पेपर छपा, वहां टाइपिंग, डिजाइनिंग, प्रूफ रीडिंग की CCTV एसटीएफ को नहीं मिली। RSM ने पेपर छापने वाली 4 प्रिंटिंग प्रेसों से नन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट नहीं किया।
28 नवंबर को था पेपर, लीक होने के बाद कैंसिल किया
28 नवंबर 2021 को उत्तर प्रदेश में TET का पेपर था। परीक्षा शुरू होने से पहले ही यह पेपर आउट हो गया। इस मामले में UP में अब तक करीब 36 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें पेपर छापने वाली कंपनी RSM फिनसर्व लिमिटेड के डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद और परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय भी शामिल हैं। संजय ने अनूप को यह ठेका 26 अक्टूबर को नोएडा के फाइव स्टार होटल में दिया था। पूरे केस की जांच यूपी STF के नेतृत्व वाली SIT को दी गई है।