प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झांसी आने में अभी चार दिन का समय बाकी है, लेकिन सुरक्षा के लिए अभी से झांसी के करीब 50 रास्तों को बंद कर दिया गया है। सड़कों पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता रोके जाने की वजह से लोगों कोआवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार की शाम तो स्थिति ये रही कि लोगों को दस मिनट का रास्ता तय करने में एक घंटे से ज्यादा वक्त लग गया। इससे लोगों में रोष है।
रानी लक्ष्मीबाई की जयंती को और भी यादगार बनाने के लिए 19 नवंबर (शुक्रवार) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झांसी आ रहे है। पहला ऐसा मौका है कि जब देश का कोई प्रधानमंत्री रानी की जयंती पर झांसी आ रहा है। प्रधानमंत्री के दौरे को अभूतपूर्व बनाने के लिए शासन-प्रशासन रात-दिन एक किए हुए है। लेकिन, पीएम की सुरक्षा को लेकर अभी से लागू की गईं बंदिशें लोगों को हजम नहीं हो रही हैं। खासतौर पर शहर किले के इर्दगिर्द के हिस्से और ग्वालियर रोड मुख्य मार्ग पर खुलने वाली सड़कों व गलियों पर बैरिकेडिंग लगा दी गईं हैं। कभी रिहर्सल के लिए ये रास्ते बंद कर दिए जाते हैं, तो कभी नई सड़क के निर्माण के लिए लोगों को बदले हुए मार्ग से जाना पड़ जाता है। इस दरम्यान जाम भी खूब लग रहा है।
रविवार की शाम आंतिया ताल, पठौरिया, अयोध्या पुरी की ओर से आने वाले रास्तों को तकरीबन एक घंटे तक बंद रखा गया। इसी तरह पंचकुइयां, खंडेराव गेट पर भी यही स्थिति देखने को मिली। इससे लोग बदले हुए रास्तों से अपने गंतव्य की ओर पहुंचे, जिससे संकरी गलियों में भी गाड़ियों रेलमपेल मची रही और जाम की स्थिति बनी रही।
शादियों की शुरुआत होने से महानगर के बाजारों में भी इन दिनों जमकर भीड़ उमड़ रही है। लेकिन, सड़कों पर जगह-जगह अवरोध होने की वजह से लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
स्कूल, कोचिंग जाने में होगी परेशानी
सुरक्षा के लिहाज से तैयार किया गया रोड मैप पीएम के दौरे तक यदि इसी प्रकार से लागू रहा तो स्कूल, कोचिंग जाने वाले विद्यार्थियों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। ज्यादातर स्कूली बच्चे ऑटो व बस से जाते हैं। लेकिन, सड़कों पर बैरिकेडिंग लगी होने व रूट डायवर्ट होने की वजह से उनका समय पर स्कूल पहुंचना और लौटना मुश्किल होगा। यहां तक कि तमाम स्कूल संचालकों व अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को परेशानी से बचाने के लिए 19 नवंबर तक विद्यालयों का अवकाश घोषित कर दिया जाए।