
अमरोहा के कैलसा में रेलवे ट्रैक पर शनिवार सुबह लहूलुहान हालत में मिली प्रभजोत की मौत के साथ कई राज दफन हो गए हैं। परिजनों ने बताया कि वह कई महीने पहले कतर देश गई थी, वहां से कब लौटी यह उसने नहीं बताया। मृतक आकाशदीप के साथ उसके क्या संबंध थे, यह भी परिजनों को नहीं पता है। सवाल यह है कि जब आकाशदीप मुंबई में नौकरी करने गया था, तो वह प्रभजोत के संपर्क में कहां और कैसे आया। इसके बाद वह दोनों कहां जा रहे थे। अगर दोनों के बीच प्रेमप्रसंग को लेकर उनके परिजन अनजान हैं तो उन्होंने खुदकुशी क्यों की। क्या दोनों आत्महत्या करने के लिए चलती ट्रेन से कूदे थे या ट्रेन के आगे कूदे थे। इस पहेली को भी पुलिस सुलझा नहीं सकी है। फरीदकोट (पंजाब) के सिरसिड़ी गांव निवासी आकाशदीप के गांव से तीन किलोमीटर दूर गांव कोट सुखिया की रहने वाली थी प्रभजोत कौर। पुलिस यह उम्मीद लगाए थी कि प्रभजोत होश में आने के बाद घटनाक्रम के बारे में कुछ बताएगी। लेकिन, रविवार की रात प्रभजोत की मौत के साथ पुलिस की यह उम्मीद भी दफन हो गई।

आकाशदीप के पिता हरमेश सिंह का दावा था कि वह प्रभजोत कौर और उसके परिजनों को नहीं जानते। घटना की सूचना मिलने के बाद ही युवती के परिजनों से संपर्क हुआ है। जबकि आकाशदीप 29 अक्तूबर को मुंबई में नौकरी करने के लिए गया था।

यहां पांच दिन रहा भी था। जबकि प्रभजोत के परिजनों का रवैया कतई बदला हुआ था। एसओ सुनील कुमार ने बताया कि घटना वाले दिन ही प्रभजोत के परिजनों को सूचना दे दी थी। लेकिन वह आने को तैयार नहीं थे। उनके बोलचाल के लहजे से लग रहा था कि वह प्रभजोत से नाराज हैं।

सोमवार को परिजन मेरठ में पोस्टमार्टम कराने के बाद प्रभजोत के शव को घर ले गए।

यह था मामला
शनिवार की सुबह अमरोहा देहात थानाक्षेत्र में कैलसा क्षेत्र में पृथ्वीपुर गांव के पास रेलवे लाइन की पटरियों पर युवक और युवती लहूलुहान हालत में पड़े मिले थे। युवक की मौके पर मौत हो गई थी। जबकि युवती के दोनों पैर कटे थे और ज्यादा खून बहने से वह बेसुध थी। ग्रामीणों की सूचना पर अमरोहा देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को जिला अस्पताल पहुंचवाया। युवती कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं थी। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने युवती को मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। युवती ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया