आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत मरीजों को और बेहतर इलाज मिलेगा। जांच के बजट में बदलाव किया जा रहा है। अभी तक साल में रेडियोलॉजी जांच पर पांच हजार रुपये तक ही खर्च कर पा रहे हैं। ऐसे में मरीज एमआरआई, पेट स्कैन जैसी बढ़ी महंगी जांच नहीं करा पाते थे। आयुष्मान मरीज पैसे खर्च कर जांच कराने को मजबूर हैं।

मरीजों की दुश्वारियां दूर करने के लिए सरकार फ्री जांच का दायरा व पैकेज बढ़ाने जा रही है। केंद्र सरकार इन पैकेज की कीमत बढ़ाने जा रही है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने राज्यों को प्रस्ताव भेज दिया है। शर्त यह रखी गई है कि योजना का 40 फीसदी खर्चा राज्य सरकार को वहन करना होगा।

स्टेट हेल्थ एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि करीब 800 पैकेज का शुल्क बढ़ेगा। इससे मरीजों के इलाज में अड़चन नहीं आएगी। वहीं पैकेज में बीमारी के लिहाज से जांचों का शुल्क भी जोड़ दिया जाएगा। ऐसे में जांचों का पैसा मरीजों को खर्च नहीं करना पड़ेगा। अभी तक आयुष्मान पैकेज में रेडियोलॉजी का पांच हजार रुपये का पैकेज तय था। इसमें परिवार के सदस्य साल में एक बार जांच करा सकते थे। आमतौर पर निजी में एमआरआई जांच पांच से सात हजार रुपये में हो रही है। जबकि पेट स्कैन 11 से 15 हजार रुपये में होता है।