आजाद भारत पार्टी डेमोक्रेटिव का रविवार को बसपा में विलय हो गया। बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के कार्यालय पर हुए इस विलय में वाल्मीकि समाज, सोनकर समाज, निषाद समाज, कश्यप समाज और युवा वर्ग ने बसपा को मजबूत करने का संकल्प लिया।

सतीश चंद्र मिश्र इस मौके पर कहा कि भाजपा सरकार से हर समाज के लोग प्रताड़ित हैं। कश्यप, वाल्मीकि, निषाद और सोनकर समाज के लोगों का इस सरकार में उत्पीड़न बढ़ा है। मायावती की नजर इन सभी समाज के लोग पर है। आप लोगों की ताकत को देखकर हम लोगों का हौसला बहुत ही बढ़ रहा है। आने वाले चुनाव में अगर सर्व समाज हम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले तो मायावती को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता।

उन्होंने कहा कि मायावती कभी नहीं सोचती कि किस समाज ने उनको वोट दिया। वह सर्व समाज के विकास करने का काम करती हैं। 2007 में सरकार बनने पर 1.10 लाख लोगों को तत्काल प्रभाव से नौकरियां दी गई थी। महान हस्तियों के स्मारकों और पार्कों के लिए मायावती और पार्टी ने 110 मुकदमे झेले हैं।