कानपुर के श्याम नगर सी ब्लॉक में रविवार ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले शेयर कारोबारी राजकुमार दुबे और उसकी पत्नी किरन दुबे पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। राजकुमार ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे और बहू की शिकायत पर पुलिस घर आकर उसे थाने पकड़ ले जाती है। उसने शर्त रखी थी कि रविवार को आने वाले दरोगा हिमांशु त्यागी और सिपाहियों को निलंबित किया जाए।
पुलिस अफसरों ने उन कर्मचारियों का मोबाइल में झूठा आदेश दिखाकर फुसलाया था। थाने में वह इन शर्तों को लेकर चिड़चिड़ाता रहा। कहा कि मेरे साथ धोखा हुआ है। वह बोला, पुलिस ने शर्त तोड़ी है। बेटे से रविवार की सुबह कहासुनी के बाद परिवार को कमरे में कैद कर राजकुमार ने तीन घंटे तक पुलिस और पड़ोसियों को दहशत में रखा था। पुलिस ने तीन घंटे तक काम्बिंग के बाद उसे समझाकर आत्मसमर्पण को राजी किया था।
पत्नी रही गुमसुम, पति का हाल पूछती रही
राजकुमार के गोली चलाते समय छत पर साथ मोर्चा संभाले रही पत्नी किरन गुमसुम रही। वह बार-बार अपने पति का हालचाल पूछती रही। उसे पति का साथ देने के आरोप में जेल भेजा गया। फोरेंसिक टीम को घटनास्थल की जांच में 20 कारतूस के खोखे मिले है। बंदूक का लाइसेंस भी जब्त कर लिया गया है।आपके लिए खास
पति-पत्नी का मेडिकल कराया
पुलिस ने पति-पत्नी का मेडिकल भी कराया है। पुलिस उसकी पहले की हरकतों का भी पता लगा रही है। उसके सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हत्या के प्रयास, पुलिस पार्टी पर हमला और सात सीएलए एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। एक मामला हथियार बरामदगी के आरोप में दर्ज किया गया है।
बेटे-बहू बात नहीं कर रहे
राजकुमार का बड़ा बेटा सिद्धार्थ और बहू भावना घर में कैद है। दोनों घर से बाहर नहीं निकल रहा। छोटा बेटा राहुल घटना के समय आया था। पड़ोसियों को बेटे कल से नहीं दिखे हैं। डीसीपी पूर्वी ने बताया कि मामले में राजकुमार का सहयोग देने के चलते किरन पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
राजकुमार व उसकी पत्नी को जेल भेजा गया है। इस मामले में पुलिस की ओर से दो रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। 20 कारतूसों के खोखे मिले है। 30 कारतूस भी बरामद हुए हैं। सेवन सीएलए एक्ट के तहत भी कार्रवाई हुई है।