लखीमपुर-खीरी के तिकुनिया कांड में आरोपी बनाए गए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू की पुलिस रिमांड पर अदालत सोमवार को सुनवाई करेगी। सुनवाई के बाद तय होगा कि आशीष मिश्रा की न्यायिक हिरासत को बढ़ाया जाएगा या रिहाई मिलेगी। वहीं मामले की जांच कर रही विशेष पुलिस जांच कमेटी ने एक बार फिर घटनास्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाए हैं। एहतियात के तौर पर खीरी जिले में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
आशीष मिश्रा मोनू की गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही पुलिस ने तीन दिन की रिमांड मांगी थी। इस अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। उनके वकील ने रिमांड अर्जी को अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर ली है। पुलिस जांच कमेटी ने रविवार को एक बार फिर घटनास्थल, दंगल स्थल का निरीक्षण किया। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज एकत्र किए। रविवार की सुबह से ही रैपिड एक्शन फोर्स, पीएसी, एसएसबी की तैनाती जिले में अलग-अलग जगहों पर एहतियात के तौर पर कर दी गई। उधर, तिकुनिया में अंतिम अरदास को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड से भी किसानों के आने की सूचना है। कार्यक्रम में राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी आदि बड़े किसान नेता भी उपस्थित रहेंगे। रविवार से कौड़ियाला घाट गुरुद्वारे में अखंड पाठ शुरू हो गया।
ज्यादातर सवाल का आशीष मिश्रा नहीं दे पाए थे जवाब
विशेष जांच कमेटी के मुखिया डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और उनकी टीम ने आशीष मिश्रा से 12 घंटे तक लगातार पूछताछ की थी। 40 से ज्यादा बिंदुवार सवाल टीम ने किए थे। जिनमें से ज्यादातर के जवाब आशीष मिश्रा नहीं दे पाए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कमरे के अंदर आशीष मास्क लगाए बैठे रहे। करीब दो घंटे के बाद ही आशीष के पास कई सवालों के जवाब खत्म हो गए थे। फिर वह खामोश हो गए। कमेटी के सवाल जारी रहे। एक ओर डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ संजय नाथ तिवारी की टीम सवाल कर रही थी और उस पर आशीष मिश्रा के बयान को विवेचक और टीम सदस्य विद्याराम दिवाकर कागज पर नोट कर रहे थे। इसके अलावा बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार कई अहम सवाल आशीष से पूछे गए।
आशीष की गिरफ्तारी के बाद अब निशाने पर टेनी
लखीमपुर कांड में आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद अब किसान संगठनों ने उनके पिता टेनी को केंद्रीय कैबिनेट से हटाने की मांग तेज कर दी है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि लखीमपुर हिंसा के मामले में 11 अक्टूबर तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से नहीं हटाया गया और गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह चरणबद्ध प्रदर्शन शुरू करेगा।
इससे पहले एसकेएम ने कहा था कि सरकार के पास मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 11 अक्टूबर तक का समय है और ऐसा नहीं हुआ तो मोर्चा लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ चरणबद्ध प्रदर्शन शुरू करेगा। केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे 40 किसान संगठनों के संघ एसकेएम ने कहा, ”अजय मिश्रा केंद्र सरकार के मंत्री पद पर हैं, इसलिए स्पष्ट रूप से न्याय के साथ समझौता हो रहा है।”