NEET 2021: नीट में सॉल्वर बैठाकर देशभर में फर्जी तरीके से डॉक्टर तैयार करने वाले गिरोह के सरगना बिहार के छपरा के सेंधवा निवासी पीके उर्फ नीलेश कुमार का चेहरा बेनकाब हो चुका है। उसका आलीशान मकान पटना के पाटलीपुत्र स्थित बीएसएनल टेलिफोन एक्सचेंज के सामने है। अब तक परिवार के साथ वहीं रह रहा था। आशंका है कि वह प्रदेश छोड़कर फरार हो चुका है।

पुलिस अब त्रिपुरा, कोलकाता, बेंगलुरु समेत देशभर के अन्य संभावित ठिकानों पर उसकी टोह ले रही है। पीके पहली बार पुलिस के रडार पर आया है। दावा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। क्राइम ब्रांच ने त्रिपुरा पुलिस से संपर्क साधा है। सॉल्वर गैंग के दो और सदस्यों को शनिवार को वाराणसी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। 

पीके और उसके पिता के बैंक खाते होंगे सीज

सॉल्वर गिरोह का मास्टर माइंड छपरा (बिहार) जिले के एकमा थाने के सेंधवा निवासी प्रेम कुमार उर्फ पीके उर्फ नीलेश कुमार और उसके पिता कमल वंश नारायण सिंह के बैंक खाते पुलिस सीज कराएगी। उनके खातों में कब-कब और कितने लोगों से रुपये भेजे, खाते से रुपये कब-कब कितने निकाले गये, इसका पूरा ब्योरा पुलिस निकालेगी। बाप-बेटे के खाते पटना के अलग-अलग बैंकों में हैं।

पुलिस अब त्रिपुरा, कोलकाता, बेंगलुरु समेत देशभर के अन्य संभावित ठिकानों पर उसकी टोह ले रही है। पीके पहली बार पुलिस के रडार पर आया है। दावा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। क्राइम ब्रांच ने त्रिपुरा पुलिस से संपर्क साधा है। सॉल्वर गैंग के दो और सदस्यों को शनिवार को वाराणसी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। 

पीके और उसके पिता के बैंक खाते होंगे सीज

सॉल्वर गिरोह का मास्टर माइंड छपरा (बिहार) जिले के एकमा थाने के सेंधवा निवासी प्रेम कुमार उर्फ पीके उर्फ नीलेश कुमार और उसके पिता कमल वंश नारायण सिंह के बैंक खाते पुलिस सीज कराएगी। उनके खातों में कब-कब और कितने लोगों से रुपये भेजे, खाते से रुपये कब-कब कितने निकाले गये, इसका पूरा ब्योरा पुलिस निकालेगी। बाप-बेटे के खाते पटना के अलग-अलग बैंकों में हैं।