कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अमेठी की पीड़िता किशोरी से फोन पर बात की और कहा कि मैं तुम्हारे साथ हूं और दोषियों को सजा दिलवाने के लिए पुरजोर तरीके से लड़ाई लड़ूंगी। दलित बच्ची को पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि आरोपियों को 24 घंटे में पकड़िए, वरना बड़ा आंदोलन होगा। दूसरी ओर, अमेठी में पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर लड़की को सुरक्षा देने व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
इससे पहले दलित किशोरी को न्याय दिलाने के लिए जन आक्रोश मार्च में शामिल होने आए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू को जब पुलिस ने रोका तो वह धरने पर बैठ गए। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। फिर बाद में लल्लू को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पीड़िता से मिलने के लिए अनुमति दी गई। बुधवार को प्रियंका गांधी ने वीडियो ट्वीट करते हुए 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।
प्रियंका के ट्वीट के 12 घंटे के भीतर ही पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने जन आक्रोश मार्च निकालने की कोशिश की।जिसमें शामिल होने के लिए प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू भी पहुंचे। पुलिस ने मार्च निकालने की अनुमति ना होने की बात कहकर रोक लिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक भी हुई। नाराज प्रदेश अध्यक्ष गांधी चौक के पास ही सड़क पर धरने पर बैठ गए। जिस पर पुलिस ने उन्हें व कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल, नरेंद्र मिश्र, देवमणि तिवारी, अरविंद चतुर्वेदी के साथ संगठन के कई अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां से एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पीड़तिा और उसके परिवार से मिलने की अनुमति दी गई।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बिना अनुमति के शहर में भीड़ के साथ रैली निकालने का प्रयास किया गया था। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उन्हें रोका गया तो वह धरने पर बैठ गए। जिस पर उन्हें सड़क से हटाया गया।