भाजपा भले ही आजादी के बाद रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र में परचम नहीं फहरा पाई हो लेकिन कांग्रेस से जीती अदिति सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद उसकी मुराद पूरी हो गई। लखनऊ में बुधवार को अदिति के भाजपा में शामिल होते ही सदर विधानसभा भी भगवा रंग में रंग गई।

हालांकि अदिति के पिता पूर्व विधायक स्व. अखिलेश सिंह कभी भाजपा के नजदीक नहीं गए। उनके दादा पूर्व सांसद स्व. अशोक सिंह जरूर भाजपा में रहे लेकिन ज्यादा दिन तक नहीं। उनके परिवार की अधिक नजदीकी कांग्रेस से रही है। अब देखना यह है कि सीएम की नजदीकी के चलते भगवा रंग कितना गहरा होगा।

कांग्रेस के टिकट से जीती पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह दूसरी बार विधानसभा चुनाव में उतरेंगी। आगामी चुनाव को लेकर उनका यह पैतरा कितना सटीक होगा यह तो समय बताएगा लेकिन भाजपा की झोली में पहली बार सदर सीट पहुंच गई वह भी बिना चुनाव लड़े।

अदिति के पिता कांग्रेस में रहे। जब पार्टी से बाहर हुए तो किसी पार्टी में शामिल होने की जगह खुद की पार्टी एबीसी बनाई। इसके बाद पीस पार्टी में शामिल हुए, अंत में खुद को चुनाव से अलग कर बेटी को कांग्रेस में शामिल कराकर चुनाव लड़ाया।

चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अदिति को सिर-आंखों पर बिठाया लेकिन वैचारिक मतभेदों ने उन्होंने पार्टी से किनारा किया और भाजपा सरकार के साथ उनके विचार मिलने लगे। उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा तो काफी दिनों से चल रही थी लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उन्होंने भाजपा में शामिल होकर मास्टर स्ट्रोक खेला है।

समर्थकों ने बांटी मिठाई 

लखनऊ में अदिती सिंह के शामिल होते ही समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जमकर खुशी जताई। नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि मुकेश श्रीवास्तव ने लोगों को मिठाई खिलाकर खुशी जताई।