मुम्बई, दिल्ली समेत अन्य महानगरों में रह कर पढ़ाई या नौकरी कर रहे लोगों की घर वापसी मुश्किल होती जा रही है। एक तरह ट्रेनें फुल होने के बाद लंबी वेटिंग और नो रूम की स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है तो लोगों का हवाई यात्रा के लिए रुझान बढ़ने से विमान किराया अचानक बढ़ गया है।
सबसे ज्यादा सीटों के लिए मारामारी 31 अक्टूबर और एक नवम्बर के लिए है। इन दोनों तारीखों में किराया लगभग एक जैसा करीब 15 हजार रुपये है।
दक्षिण भारत की ट्रेनों में अतिरिक्त बोगियां लगेंगी
ट्रेन नंबर 02511/02512 गोरखपुर-कोच्चिवली-गोरखपुर में 31 अक्टूबर, 04, 05, 07, 11, 12, 14, 18, 19, 21, 25, 26 एवं 28 नवंबर को और कोच्चिवली से 03, 07, 09, 10, 14, 16, 17, 21, 23, 24. 28, 30 नवंबर और एक दिसंबर को अस्थाई कोच लगेंगे।
तत्काल की पांच हजार सीटें
दीपावली के आसपास के तारीखों में जिन ट्रेनों में वेटिंग में उन ट्रेनों में यात्रियों को कंफर्म सीट के लिए इंतजार करना पड़ेगा। रेलवे ने ऐसे यात्रियों के लिए पांच हजार तत्काल की सीटें सुरक्षित रखी हैं।
इन ट्रेनों में वेटिंग
● ट्रेन 02533/02534 पुष्पक में एक से आठ नवंबर तक हर श्रेणी में वेटिंग टिकट मिल रहे।
● ट्रेन 02107/02108 लखनऊ-एलटीटी में 30 से दो नवंबर, छह से 11 नवंबर तक
● ट्रेन 02141/02142 एलटीटी-पाटलिपुत्र में एक, दो, पांच, छह को वेटिंग में टिकट मिल रहे।
गोरखपुर से मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में कुशीनगर, गोरखपुर-एलटीटी, लखनऊ-एलटीटी एक्सप्रेस में एक नवंबर बाद दोनों ओर से वेटिंग डेढ़ सौ पार है। गोरखपुर-यशवंतपुर, गोरखपुर-कोच्चिवली राप्तीसागर में भी वेटिंग चल रही है।
मुंबई से 15, दिल्ली से लखनऊ के लिए 11 हजार
31 अक्टूबर को मुम्बई से लखनऊ की सुबह 8:05 बजे की उड़ान का किराया 15 हजार 708 रुपए पहुंच गया है। इंडिगो की 12:55 बजे की उड़ान का किराया 11 हजार 616 चल रहा है। इसी दिन दिल्ली से लखनऊ के लिए इंडिगो की सुबह 7:05 बजे की उड़ान का किराया 11 हजार 153 रुपए तो गो एयर की 16:40 की उड़ान का किराया 10 हजार 260 रुपए पहुंच गया है। इसी दिन पुणे से लखनऊ की 9:10 बजे की उड़ान का किराया 14 हजार 515 रुपए चल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर चेक इन को कतारें
लखनऊ एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर शुक्रवार की सुबह एक के बाद एक कई फ्लाइट आ जाने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दरअसल यात्रियों की जांच से लेकर बोर्डिंग पास उपलब्ध कराने और बैगेज के लिए समिति कर्मचारी हैं। यात्री बढ़ गए, जिससे कतारें लग गईं।