अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने आज प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान चुनाव आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दल समय पर चुनाव के लिए तैयार हैं, हालांकि कुछ पार्टियां रैली के विरोध में है। चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना दिशानिर्देश का पूरा पालन किया जाएगा। हमने ओमिक्रॉन को लेकर भी समीक्षा की है। चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना को देखते हुए 1500 लोगों पर एक बूथ को घटाकर 1250 लोगों पर एक बूथ कर दिया गया है। इससे 11 हजार बूथ बढ़े हैं। इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची 5 जनवरी को आएगी। अब तक 15 करोड़ से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं।  नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख तक भी मतदाता सूची में अपने नाम को लेकर दावे-आपत्ति बता सकते हैं।

गृहमंत्री अमित शाह थोड़ी देर के अंदर मुरादाबाद में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा आज ही अलीगढ़ और उन्नाव में भी उनकी रैली होगी। मुरादाबाद में होने वाली रैली के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। 

अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधा
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने ट्विट किया, ‘निर्दयी भाजपा सरकार की एनकाउंटर-संस्कृति ने कुछ पुलिसवालों को बेरहम बना दिया है। शिक्षक भर्ती के प्रदर्शनकारियों की गर्दन पर हाथ डालनेवाले प्रशासन को उप्र के बेरोज़गार युवा बाइस में जवाब देंगे। उप्र के हर एक पुलिसवाले को फिर से संवेदनशील बनाना भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती है।’


बुजुर्गों और दिव्यांगो के लिए घर से वोट देने की सुविधा
चुनाव आयोग ने कहा कि  बुजुर्गों और दिव्यांगो के लिए घर से वोट देने की सुविधा दी गई है।
 

आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को मीडिया में अपनी जानकारी देनी होगी
आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को मीडिया में यह प्रसारित करना होगा कि उनके खिलाफ कौन-सी धाराएं लगी हैं, कौन-से मामले चल रहे हैं। राजनीतिक दलों को भी यह प्रसार करना होगा कि उन्होंने ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को क्यों चुना है?

पारदर्शिता के साथ वोटिंग के लिए वेबकास्टिंग
कम से कम एक लाख बूथ पर वेबकास्टिंग की जाएगी ताकि यह लोग देख सकें कि पूरी पारदर्शिता के साथ वोटिंग होगी।

मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया जाएगा
चुनाव आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता पंजीकरण का कार्यक्रम भी चल रहा है। उस पर काफी मेहनत हुई है। 5 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

 

कोरोना को देखते हुए 1500 लोगों पर एक बूथ को घटाकर 1250 लोगों पर किया गया
कोरोना को देखते हुए 1500 लोगों पर एक बूथ को घटाकर 1250 लोगों पर एक बूथ कर दिया गया है। इससे 11 हजार बूथ बढ़े हैं। हर पोलिंग बूथ पर पानी, बिजली और शौचालय की व्यवस्था होगी। दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर और रैंप की व्यवस्था होगी।

800 पोलिंग स्टेशन ऐसे बनाए जाएंगे जहां सिर्फ महिला पोलिंग अधिकारी होंगे
कम से कम 800 पोलिंग स्टेशन ऐसे बनाए जाएंगे जहां सिर्फ महिला पोलिंग अधिकारी होंगे। मतदाता एपिक कार्ड के अलावा 11 अन्य दस्तावेज दिखाकर वोटर वोट डाल सकता है। इसमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड जैसे दस्तावेज शामिल हैं।

कुछ प्रतिनिधियों ने प्रशासन के पक्षपाती रवैये के बारे में शिकायत की
चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ प्रतिनिधियों ने प्रशासन के पक्षपाती रवैये के बारे में शिकायत की। पुलिस द्वारा रैलियों पर अनुचित प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया। अधिकतर राजनीतिक दलों ने प्रचार के दौरान धनबल, शराब और मतदाताओं को मुफ्त चीजें दिए जाने पर चिंता जताई है। इन मुद्दों से आयोग अवगत है। 

पांच जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता पंजीकरण का कार्यक्रम भी चल रहा है। उस पर काफी मेहनत हुई है। 5 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। अब तक 15 करोड़ से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं।  नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख तक भी मतदाता सूची में अपने नाम को लेकर दावे-आपत्ति बता सकते हैं। 23.9 लाख पुरुष और 28.8 लाख महिला मतदाता हैं। 52.8 लाख नए मतदाता जुड़े हैं। इनमें 19.89 लाख युवा मतदाता हैं यानी इनकी उम्र 18-19 साल हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि  2017 में लिंगानुपात 839 था यानी एक हजार पुरुषों पर 839 महिला वोटर थीं। इस बार यह बढ़कर 868 हो गया है। उत्तर प्रदेश में इस वक्त 10 लाख 64 हजार 267 दिव्यांग मतदाता हैं।

पार्टियां घनी आबादी वाले इलाके में बूथ के खिलाफ
चुनाव आयोग ने कहा कि लगभग पार्टियां घनी आबादी वाले इलाके में बूथ नहीं चाहते हैं, ताकि कोरोना दिशानिर्देश का उल्लंघन न हो।

सभी राजनीतिक दल समय पर चुनाव चाहते हैं: चुनाव आयोग
राजनीतिक दलों से चर्चा के बाद सभी एसपी, डीआईजी, कमिश्ननर से मिलकर हालात का जायजा लिया गया। इसके बाद सभी नोडल अधिकारियों से चर्चा की गई। सबसे अंत में मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य अधिकारियों से बातचीत की। सभी दलों ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए निश्चित समय पर चुनाव कराने की मांग की। कुछ दलों ने कोविड प्रोटोकॉल के बिना पालन किए होने वाली रैलियों पर चिंता जताई।

चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस शुरू
 चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस शुरू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हमने तमाम राजनीतिक पार्टियों से बात की है और सुझाव लिए हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी हो।

चुनाव आयोग आज दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में 2022 के शुरू में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर अहम ऐलान हो सकता है।  कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव टलेंगे या निश्चित समय पर होंगे इसके बारे में आज घोषणा हो सकती है। कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए बीते गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को सलाह दी थी कि आगामी यूपी चुनाव टाल दिए जाएं और चुनावी रैलियों पर बैन लगे। इसके बाद चुनाव आयोग ने हालात का जायजा लेने के बाद कुछ फैसला लेने की बात कही थी।

सपा ने किसानों का मुद्दा उठाया, भाजपा पर निशाना
समाजवादी पार्टी ने किसानों का मुद्दा उठाया। भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी ने लिखा, ‘भाजपा सरकार में खाद संकट से ग्रस्त प्रदेश के किसानों को मिलेगी निजात, जब बाईस में बनेगी सपा सरकार। “डबल इंजन” ने अन्नदाता को न सिर्फ महंगाई, वादाखिलाफी से मारा बल्कि यूरिया के लिए भी तरसाया, रायबरेली में 4.5 लाख किसान बेहाल। किसानों के दुख, तकलीफ और BJP सरकार के “दिन है बचे चार’।