akhilesh yadav

बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सियासी जंग… UP में जातीय जनगणना की उठी मांग
अखिलेश, शिवपाल, पल्लवी सबकी यही डिमांड… विपक्ष के सुर में सुर मिलाने लगे बीजेपी के पिछड़े नेता और सहयोगी
BJP के लिए मुश्किल हो रही राह… विरोधियों से मिले अनुप्रिया पटेल, राजभर और निषाद के सुर

बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद पूरे देश में इसी मांग होने लगी है… यूपी में भी बीजेपी के विरोधियों ने जातीय जनगणना कराने की मांग रखी है… लेकिन बीजेपी की मुश्किलें उसके सहयोगी दलों ने बढ़ा रखी है… बीजेपी के सहयोगी दल भी एक सुर में जातीय जनगणना की मांग लगातार कर रहे हैं… दरअसल, दो अक्टूबर को बिहार सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए तो इसी मांग यूपी में फिर से बार तेज हो गई… हालांकि राज्य में सत्ताधारी बीजेपी के लिए विपक्षी दलों के साथ अपने सहयोगियों ने भी चुनौती बढ़ा दी है… सहयोगी दल भी लगातार जातीय जनगणना कराने की मांग कर रहे हैं… सहयोगी दलों के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इसपर सहमति जताई है… सुभासपा बीते लंबे वक्त से राज्य में जातीय जनगणना कराने की मांग कर रही है… बिहार में आंकड़ें जारी होने के बाद जब उत्तर प्रदेश के संदर्भ में ओम प्रकाश राजभर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं..


हालांकि इससे पहले भी वो जातीय जनगणना की मांग करते रहे हैं… इसके अलावा यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जब इसपर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, व्यक्तिगत तौर पर मैं जातीय जनगणना का समर्थक हूं मैं इसका कतई विरोधी नहीं हूं। मैं भी चाहता हूं कि राज्य में जातीय जनगणना हो इससे पहले भी कई बार केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना करने की मांग पर सहमति जताई है… प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव ने फिर से जातीय जनगणना की मांग दोहराई…

इसके अलावा फिर एक बार सपा की सहयोगी अपना दल कमेरावादी नेता पल्ल्वी पटेल ने ये मांग रखी है…पल्लवी पटेल ने अपने हालिया बयान में कहा है,असमानता दूर करने के लिए जातिगत जनगणना आवश्यक है… इसके माध्यम से सरकार को यह समझने में भी मदद मिलेगी कि विभिन्न जातियों की क्या स्थिति है और उनके सामने क्या चुनौतियां हैं


इससे पहले भी उन्होंने जातीय जनगणना की जरूरत पर जोर दिया है…इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सहयोगी अपना दल एक की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी जातीय जनगणना की मांग पर फिर जोर दिया है… उन्होंने कहा, अपना दल हमेशा से जातीय जनगणना के पक्ष में रहा है… ये समय की मांग है अनुप्रिया पटेल ने कहा, ‘पिछड़ी जातियों के बारे में उनकी जनसंख्या सहित प्रामाणिक आंकड़े पता चल सकें, जिससे उनकी समस्याओं और मुद्दों का प्रभावी ढंग से निपटारा किया जा सकें…’ अनुप्रिया पटेल के पति और योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल भी जातीय जनगणना की मांग पर जोर देते रहे हैं…

लेकिन अब इन सबके बीच निषाद पार्टी प्रमुख और योगी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा है, उनकी पार्टी शुरू से ही जाति आधारित जनगणना कराने के पक्ष में रही है… गणना कराए जाने से पहले मछुआ समाज के साथ हुई जातीय विसंगति को दूर किया जाए हालांकि इन सबके बीच यूपी में सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट कई बार चर्चा का विषय रही है… 2001 में गठित इस कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में ओबीसी की संख्या कुल आबादी के 50 फीसदी से ज्यादा रही है… ऐसे में अगर फिर से ओबीसी की आबादी को देखते हुए जातीय जनगणना एक बड़ा मुद्दा हो सकता