कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ऑफर दिया है । प्रियंका ने ऑफर यूपी सरकार को लिखित तौर पर दिया है । सीएम योगी को लिखे पत्र में प्रियंका ने मजदूरों को नोएडा और गाजियाबाद बॉर्डर से 500-500 बसें चलाने की इजाजत मांगी है ।
अब गेंद सरकार के पाले में है । क्या सरकार कांग्रेस की इस मांग को स्वीकार करेगी । जिसमे उन्होंने अपनी ओर से 1000 बसों से मजदूरों को उनके घरों तक छोड़ने की इजाजत मांगी है । वैसे कम ही संभावना है कि योगी सरकार कांग्रेस को ये इजाजत देगी । शायद कांग्रेस भी इस बात को बखूबी जानती है ।
तो ऐसे में सवाल उठता है कि उन्होंने ये ऑफर क्यों दिया । राजनीति के जानकार या कहे बीजेपी इसे सियासत कह सकती है लेकिन आए दिन जिस तरीके से मजदूर हादसे का का शिकार बन रहे है । उसके लिए कोई तो वजह होगी । आपको बता दें कि औरैया टो ट्रकों की टक्कर में 24 मजदूरों की जान चली गई । इस पर भी प्रियंका ने अन्य राजनेताओं की तरह सरकार को घेरा ।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, औरैया की हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न उपस्थित कर दिया है कि आख़िर सरकार क्या सोचकर इन मजदूरों के घर जाने की समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है? प्रदेश के अंदर मजदूरों को ले जाने के लिए बसें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं?या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या वो सब कुछ देख के अनजान बनी हुई है। क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?
जाहिर सी बात है, राह चलते मजदूरों के साथ जो हो रहा है उसके लिए विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिला है । इस पर अब और सियासत ना हो । इसके लिए जरूरी है कि सरकार कुछ ऐसे कदम उठाए जिससे मजदूरों को सुरक्षा मिले ।उनकी जान यूं ही हादसों का शिकार ना बने ।