सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना संकट के दौरान योगी सरकार को पार्टी की ओर से एक ऑफर दिया है । ये ऑफर कुछ इस तरह का है कि अगर सरकार इसे स्वीकार करती है तो उन्हें अखिलेश के शर्त को मानना पड़ेगा । ये शर्त कुछ खास नहीं है बल्कि यही है कि कोरोना संकट पर ‘राजनीति ना हो’ । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसके लिए बकायदा एक ट्वीट किया । जिसमें लिखा

जो बच्चे मिड-डे मील में पौष्टिक आहार पा रहे थे, उनके लिए इस कोरोनाकाल में घरों तक भोजन पहुँचाने की व्यवस्था सरकार तत्काल करे। अगर सरकार राजनीति से ऊपर उठकर निर्णय ले तो वो गाँव-गाँव तक फैले सपा के संगठन व कार्यकर्ताओं की साइकिल के माध्यम से ये वितरण संभव कर सकती है। हम तैयार हैं!

अखिलेश यादव, सपा अध्यक्ष

अखिलेश ने योगी सरकार को जनता में विश्वास जगाने वाले कदम उठाने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही कोरोना वायरस संकट के समय जनता से संयम से काम लेने की अपील भी की है । अखिलेश यही नहीं रुके योगी सरकार से उन्होंने ने सीधा और सटीक जवाब अपने सोशल माध्यम से पूछा ।

खाद्य सामग्री को लेकर सरकार की तरफ से ये स्पष्टीकरण आना चाहिए कि अभी उसके पास कितने और दिनों का भंडारण है, जिससे लोग अनावश्यक संग्रहण से बचें । गेहूं से आटा बनाने का काम तुरंत युद्ध स्तर पर करने हेतु इससे संबंधित औद्योगिक इकाइयों को तत्काल शुरू करना चाहिए । जनता से संयम की अपील है।

अखिलेश यादव, सपा अध्यक्ष

सलाह के बाद अब सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी और उनकी सरकार से स्पष्टीरण भी मांगा । सवाल, कोरोना संकट से निपटने पर किया । अखिलेश ने पूछा- सरकार ये बताए सूबे के हर जिले में कोरोना की जांच की कितनी किटें उपलब्ध हैं ? संक्रमण की आशंका को देखते हुए लोगों के लिए कितने आइसोलेशन वार्ड बने हैं ? और मरीजों के इलाज के लिए कितने वेंटिलेटर उपलब्ध हैं?

स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल के साथ अखिलेश लगे हाथ किसानों पर भी सरकार से जवाब मांग रहे हैं । योगी सरकार से सवाल कर रहे हैं । लॉकडाउन के चलते फसल काटने के लिए मुंहमांगी कीमत पर भी मजदूर नहीं मिल रहे हैं । किसानों की दूसरी चिंता यह भी है कि इन हालात में वो अपनी फसल कहां बेचेगा? क्या किसानों को आढ़तियों के हाथों औने-पौनें दाम पर फसल लुटाने पर मजबूर होना पड़ेगा? नोटबंदी से पहले से परेशान किसान अब लॉकडाउन में तो पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा ।

अखिलेश कहते हैं इन सवालों का जवाब देने से आश्वस्त लोगों में डर कम होगा ।लेकिन अखिलेश के इन सवालों का जवाब देने से वाकई में डर कम होगा या बढ़ेगा । वैसे इस मामले में क्या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद राजनीति तो नहीं कर रहे हैं ।