कोरोना संकट के दौर में भी यमुना प्राधिकरण अपने उस मकसद को नहीं भूला है जिसके तहत उसका लक्ष्य गौतमबुद्धनगर के लोगों को विकास, रोज़गार के साथ क्षेत्र की उन्नति के लिए अपने लाभ को कम नहीं होने देना है। लॉकडाउन में भी यमुना प्राधिकरण ने अपने कमाई के जरिये कम नहीं होने दिया। कुशल नेतृत्व का साथ मिलने के कारण ये संस्थान कोरोना काल में भी अपने लाभ के लक्ष्य को हासिल कर रहा है।
यमुना प्राधिकरण कोरोना संकट में आधुनिक तकनीक का बखूबी इस्तेमाल कर रहा है। इसी के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उन्होंने संस्थागत भूखंडों का आवंटन किया। इसकी अध्यक्षता
यमुना प्राधिकरण के CEO डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने की। उनकी अध्यक्षता में समिति ने 2 संस्थागत भूखंडों के आवेदकों का साक्षात्कार लिया।
यमुना प्राधिकरण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एक आवेदक को कॉर्पोरेट ऑफिस के लिये भूमि का आवंटन किया। इन आवंटनकर्ताओं को आवंटन पत्र ऑनलाइन दिया गया था।आवंटन से प्राधिकरण क्षेत्र में 825 लाख रुपए का निवेश होगा। जिससे160 लोगों के लिये रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे ।