Yogi 2.0 के एक साल होने से पहले क्या होने वाला है ? देखिए पुलिस- STF कैसे देगी उमेश के शूटर्स को लेकर गिफ्ट…

पुलिस के दो आला अधिकारी जब मिले… तो बाहुबली अतीक अहमद की आंखों से आंसू निकलने लगे
अतीक को याद आने लगा ददुआ… सोच में पड़ गया… अब क्या होगा अपना
एक IPS… एक PPS… एक साथ… एक ही मकसद… दोनों ने ठान लिया है… अब अपनी भी नहीं सुनेंगे

यूपी में पुलिसिंग व्यवस्था में शामिल एक जोड़ी की चर्चा फिर से रही है… इसमें एक आईपीएस है… तो दूसरा पीपीएस है… उस आईपीएस अफसर ने उस पीपीएस की जाबाजी का तब भी लोहा माना था… विश्वास किया था… और अब भी किया है… तब इन दोनों ने एक कुख्यात को खल्लास किया था… जिसकी दबंगई की गूंज अफसरशाही से लेकर नेताओं के दरबार में गूंजती थी… तब उस कुख्यात के गिरेबां की ओर देखने की हिम्मत भी किसी की नहीं होती थी… लेकिन दोनों ने उसपर ऐसी नजरे तरेरी की… कि उसका खौफ हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो गया… अब इन दो पुलिस अफसरों के एक साथ आने से बाहुबली अतीक अहमद खौफजदा है… डर के मारे उसके माथे पर पसीना आ रहा है… सोच रहा है… जब उस कुख्यात के साथ ऐसा वैसा हो हुआ… जिससे बड़े बड़े नेता से पूरा सिस्टम डरता रहा तो अब उसके साथ क्या होगा…. उन दोनों के साथ आ जाने के बाद ही अब कहा जाने लगा है… उमेश हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस ने अतीक और उसके गैंग के गेम ओवर का प्लान तैयार कर लिया है… पूरा का पूरा अतीक गैंग अब खत्म होने वाला है….

उमेश हत्याकांड के 20 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं… हत्याकांड के दो आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, एक घायल है… तीन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चल चुका है…5 आरोपियों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया जा चुका है…अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर भी 25 हजार का इनाम है… भाई अशरफ की बरेली जेल में लगातार रेड चल रही है…अतीक को पूछताछ के लिए गुजरात की साबरमती जेल से यूपी लाने की तैयारी है… दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह भेज दिए गए है अतीक का पूरा परिवार और गैंग दर-बदर है…इस गेम को ओवर करने का टास्क STF चीफ अमिताभ यश और अनंत देव को मिला है…इन दोनों नामों से यूपी में माफिया थरथराते हैं… कांपते हैं… होशो हवाश खो देते हैं… इनके हाथों में कमान आने के बात बाहुबली से लेकर माफिया समझने लगते हैं…. अब तो अपना काम तमाम हुआ… ऐसा क्यों समझते हैं… क्योंकि इनके सामने प्रत्यक्ष में प्रमाण हैं… चंबल का दुर्दांत डकैत ददुआ…ददुआ कितना कुख्यात था, इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि करीब 3 दशक तक चित्रकूट के बीहड़ों में उसकी मर्जी के बिना वोट तक नहीं डाली जाती थी… पुलिस के पास उसकी 30 साल पुरानी ही तस्वीर थी… ददुआ ने अपने भाई को विधायक भी बनवा दिया था… इसी कारण अतीक अहमद और उनके परिवार की नींद उड़ गई है..

PPS अनंत देव अपने करियर की शुरुआत से ही डाकुओं के बाहुबल वाले इलाकों में तैनात रहे … खुद उनका मूल जिला फतेहपुर भी डाकुओं से प्रभावित रहा है… अनंत देव के PPS अधिकारी बनने के बाद यूपी एसटीएफ के तत्कालीन एसएसपी अमिताभ यश ने उनकी निडरता पर विश्वास जताया था… और उन्हें उस वक्त ऐसा एहसास हुआ था… ददुआ के आतंक को खत्म करना है… तो उनके साथ अनंत देव तिवारी का होना जरूरी है… इसलिए उस वक्त एसएटीएफ तत्कालीन एसएसपी अमिताभ यश ने उन्हें अपनी टीम में ASP के तौर पर शामिल किया… और डाकुओं के सफाए का टास्क दिया… इस टास्क में सबसे बड़ी सफलता 22 जुलाई, 2007 को तब मिली… जब उनकी टीम ने ‘अदृश्य’ कहे जाने वाले कुख्यात डकैत शिव कुमार उर्फ ददुआ को एनकाउंटर में मार गिराया….IPS अनंत देव ने बीहड़ों की अपनी जानकारी की बदौलत साल 2008 में ददुआ के चेले और एक अन्य कुख्यात डाकू अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया का भी एनकाउंटर कर दिया… ठोकिया इतना खतरनाक था कि उसके इलाके में घुसने वाली कोई भी पुलिस टीम सही सलामत बाहर वापस नहीं निकली थी, लेकिन अनंत देव की टीम ने अगस्त 2008 में सिलखोरी जंगल में ठोकिया को ठोक दिया….

कानपुर के बिकरू में पुलिस टीम के दर्जनों अधिकारियों-सिपाहियों को गोलियों से भूनने की घटना ने उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी थी… ये केस पूरे देश में चर्चित हुआ था…. जब विकास दुबे ने मध्य प्रदेश में सरेंडर कर दिया…. तो उसको वहां से लाने वाली टीम को अनंत देव ही लीड कर रहे थे… रास्ते में विकास दुबे की गाड़ी पलटने के बाद उसका एनकाउंटर कर दिया गया… इससे अनंत देव का नाम पूरे देश में छा गया… हालांकि इस मामले की SIT जांच में एनकाउंटर को फर्जी बताया गया और अनंत देव को नवंबर 2020 में सस्पेंड कर दिया गया… बाद में वे दोबारा सेवा में वापस आ गए….
अब अतीक गिरोह के खात्मे के लिए सीएम योगी ने अमिताभ यश पर विश्वास जताया है… अमिताभ यश एसटीएफ प्रमुख हैं… तो अब एक बार फिर अनंत देव की जरूरत महसूस हुई… फिर क्या था… अतीक गैंग को नेस्तानाबुत करने के लिए अमिताभ यश ने अनंत देव तिवारी को अपनी टीम शामिल कर लिया… अब दोनों एक साथ हैं… एक टीम हैं… मकसद है… अतीक गैंग को खत्म करना…. उनकी टीम में करीब STF के 200 जवान हैं…जो यूपी के साथ 8 राज्यों में गिरोह के सदस्यों को तलाश रहे हैं। एक टीम नेपाल और थाईलैंड भी गई है…