हमेशा अकड़ में रहने वाले आईएएस अफसर प्रशांत कुमार की अकड़न लगातार जारी है… ऐसा लगता है प्रशांत कुमार ने सरकार की किरकिरी कराने का ठेका ले लिया है… एक तरफ योगी सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है… वहीं दूसरी तरफ सरकार के अफसर ही उसकी कोशिशों को पलीता लगा रहे हैं… अमेठी में बीजेपी नेता के बेटे की हत्या के बाद पोस्टमार्टम के दौरान आक्रोशित भीड़ को समझाने की बजाए अमेठी के डीएम प्रशांत कुमारअपना आपा खो बैठे… भीड़ को टैकल करने की टेक्निक कैसी होनी चाहिए… लहजे में सरलता कैसी होनी चाहिए… वाणी में निर्मलता कैसी होनी चाहिए… लगता है प्रशांत कुमान ने ये सब सीखा ही नहीं… डीएम ने आक्रोशित भीड़ के बीच मृतक सोनू सिंह के चचेरे भाई और पीसीएस अधिकारी सुनील सिंह का कॉलर पकड़कर खींचा… डीएम साहब की हरकत कैमरे में कैद हो गई… प्रशांत कुमार की बेहुदा हरकत का जब लोगों ने विरोध किया… तो भी डीएम साहब की अकड़ जस की तस रही… जनाब भीड़ को भी हिदायत देते दिखाई दिए

प्रशांत कुमार का विवादों से पुराना नाता है… प्रशांत कुमार आगे-आगे चलते हैं तो विवाद उनके पीछे-पीछे… डीएम साहब ने जिसको बेइज्जत किया वो ट्रेनी पीसीएस धरना भारी फोर्स के साथ धरना खत्म कराने गए थे… डीएम साहब यहीं नहीं रुके जनता को धमकाते हुए ये तक कह डाला कि मर्डर नहीं रोक सकते… डीएम प्रशांत कुमार पहले भी सुर्खियों में रहे हैं… हाईकोर्ट के जज को ज्ञान दे रहे थे या यूं कह लीजिए बात करने का तरीका बेतुका था… बस फिर क्या था जज साहब ने जनाब को हिरासत में रखवा दिया… डीएम प्रशांत कुमार की बद्तमीजी का सिलसिला बदस्तूर जारी है… देखते है सरकार इस अकड़ू आईएएस की अकड़ कम करने के लिए क्या कार्रवाई करती है