उत्तर प्रदेश के चर्चित और जघन्य हत्याकाडं में आरोपितों की धर पकड़ को लेकर घटनाक्रम काफी तेजी से घूम कर रहा .. इस जघन्य हत्यकांड को लेकर सरकार और पुलिस दोनो जबर्दर्सत् दबाव में हैं .. पुलिस जहां त्वरित कार्ईवाई कर आरोपितों का पीछा करते हुए गुजराद तक पहुंच गई वहीं कमलेश के परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की .. परिवार ने हत्यारों के जल्दी ही पकड़े जाने के बाद मौत की सजा की मांग की जिसपर सीएम योगी ने उंहे जल्द ही आरोपियो के पकड़े जाने और सख्त सजा दिलाए जाने की बता कही .. लेकिन इस मामले पर योग सरकरा से शूर से ही नारजगी दिख रहीं कमलेश तिवारी की मां सीओ योगी के साथ मुलाकात से भी नाराज ही नजर आई .. सीएम योगी से मिलकर वो बोलीं कि मीटिंग से वो संतुष्ट नहीं है .. बार बार बुलावा आया तो आना पड़ा .. अगर इंसाफ नहीं मिला तो वो खुद तलवार उठाएंग

वहीं हत्यारों को लेकर यूपी पुलिस कई राज्यों के साथ नेटवर्क बनाकर आगे बढ़ रही है.. पुलिस ने हत्याकांड के अगले ही दिन कमलेश तिवारी की ह्ताय को लेकर भड़काऊ बयान देने वाले बिजौर के मौलाना अनवारूल हक को हिरासत में ले लिया साथ ही गुजरात से इस हत्या की साजिश रचने वालों तक भी पहुंच गई और उंहे गिफअतार कर लिया .. यूपी पुलिस के डीजीपी ने नए सिरे से हत्यारों को गिरफ्तार करने को लेकर हो रही पुलिस कोशिशों को साझा भी किया

इन हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिसने उस होटल की जानकारी भी निकाल ली जहां य ठरहे हुए ते .. यहां दोनो ही आरोपी होटल रिसप्शन पर बात करत हुए नजर आ रहैं .. साथ उमनें से एक ने वहीं भगवा कुर्ती पहना हुआ है जैसा हत्याकांड अंजाम देने जाते वक्त ये लोग सीसीटीव फुटेज मे दिखाई दिए थे .. होटल मालिक हेमराज की सूचना पर पुलिस उस होटल तक पहुंची और वहां से खून से सने भगवा कपड़े, हत्या में इस्तेमाल चाकू और बैग बरामद हुआ था। इसके अलावा शेविंग क्रीम, ब्लेड समेत कई और चीजें भी मिली। हत्यारों ने 17 अक्तूबर की रात रिसेप्सन पर मौजूद मैनेजर से 1300 रुपये प्रतिदिन किराये पर कमरा तय किया था..दूसरे दिन भगवा पोशाक में निकलेने के बाद जब लौटे आनन फानन में कपड़े बदलकर बिना होटल स चेक आउट किए भाग लिए .. लखनऊ के लालबाग स्थित होटल खालसा  से दोनों आरोपियों ने आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड दिया था। आधार कार्ड से हत्यारों की पहचान सूरत निवासी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के रूप में हुई थी.. फिर ये भी पता चल गया कि इन हत्यारों ने सिम कार्ड गुजरात के पते का आधार कार्ड की कॉपी देकर कानपुर के रेलबाजार से सिम खरीदा था….पुलिस इतन महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाने के बाद अपन नेटवर्क पर काम करने लगी और हत्यारों को पकड़ने के लिए कई राज्यों से संपर्क बनाया .. इसमें पुलिस को एक कामायाबी और मिली और भाग हत्यारों क लोकेशन शाहजहांपुर में मिली तो देर रात 4 बजे  एसटीएफ ने होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी की. सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध दिखाई दिए हैं… दोनो ही अपराधी शाहजहां पुर के होटल पैराडाईज की फुटेज में दिखाई दिए .. शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद उर्फ़ फरीद हरदोई, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद के रास्ते चड़ीगढ़ की तरफ गए हैं. दोनों आरोपी सात से आठ घंटे में अपना फोन ऑन कर रहे हैं और फिर उसे स्विच ऑफ कर दे रहे हैं… और पुलिस को आशंका है कि दोनो सीमा पार कर पाकिस्तान जाने की फिराक में हैं .. वही पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किय़ा जिसमें हत्यारोपी अशफाक रोहित बनकर कमलेश तिवारी से फेसबुक और सोशल साइट्स पर चैट किया करता था और इसी से कमलेश ने नजदीकी बनाने में कामयाब हुआ .. जिससे इस हत्याकांड के संगठित अपराध होने की आशांका अब और भी बढ़ गई है … इन हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिसने इन भगोड़ो पर नगद इनाम भी घोषित कर दिया है .. उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को हत्या के मुख्य आरोपी सूरत निवासी मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई लाख के ईनाम की घोषणा की गई है… पुलिस दावा कर रही है कि वो जल्द ही हत्यारो तक पहुंच जाएगी लेकिन वहीं हत्यारे भागने की पूरी कोशिश कर रहे हैं … इससे पहले कि ये हत्यारे भागने की कोशिश में कामयाब हों इनका पुलिस की गिरफ्त में आना जरूरी है क्योंकि जिस तरह अब ये साफ हो ता जा रहा कि इस हत्या के पीछे साजिश तो फिर इसका पर्दाफाश होना बहुत जरूरी है .. जिससे ये पता चल सके कि कहीं इनके निशाने पर और जननेता भी तो नहीं है