उत्तराखंड में प्रेमचंद अग्रवाल ने बनाया ‘रिकॉर्ड’… अब इसी रिकॉर्ड के लिए लोग मांग रहे सिर्फ और सिर्फ इस्तीफा !

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर उत्तराखंड के सिर्फ चंद लोगों का गुस्सा नहीं… अब तो ये जनता की बात हो गई
जनता सड़क उतर रही है… कह रही है… हम है लोकतंत्र के सर्वेसर्वा… प्रेमचंद को हमने चुना… अब हम ही चाह रहे आप प्रेमचंद को हटाए सरकार
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के प्रदर्शन… जनता ने लगाया जाम…पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल

बहुत बुरे फंसे उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल… खुद को कह रहे थे शेर… मिल गया सवा शेर… उनकी राजनीति को पूरी तरह से ढेर करने में लग गए… सुरेंद्र सिंह नेगी पर हाथ डालकर जनता के दिलों में जो आग प्रेमचंद अग्रवाल ने भड़काई… वो अब बड़ी तेजी से फैलती जा रही है… बहुत तेजी से देवभूमि के लोगों के बीच पहुंचने लगी… लोग याद करने लगे हैं… उनकी हनक का सिलसिलेवार अध्ययन करने लगे… जो लोगों के उनके बारे में वास्तविकता का एहसास हुआ… उसके आधार पर वर्तमान से भूतकाल में प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से दिखाई गई वीरता का मिलान कर जनता कह रही है… माननीय के खिलाफ तो सख्त कार्रवाई होना ही चाहिए…

मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ उत्तराखंड के लोगों को मिजाज और भी गर्म हो गए… वित्त और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और स्थानीय युवक सुरेंद्र सिंह नेगी के बीच दो मई को सरेराह हुए विवाद और इस मामले में क्रास रिपोर्ट होने के बाद भी सुरेंद्र सिंह नेगी के समर्थकों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है… हालांकि पुलिस प्रशासन चीख चीखकर कह रहा है… प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है… अब तो शांत हो जाइए… अब तो बैकफुट पर आइए… लेकिन लोग हैं… कि सुरेंद्र सिंह नेगी और उनके परिवार की तरह इस मामले फ्रंट पर ही रहने पर अड़े हैं… डटे हैं… सबकी जुबां पर बस एक ही बात है…एफआईआर तो हुई अब इस्तीफा भी लीजिए सरकार… तब आमने सामने की लड़ाई होगी…. तब बराबरी का मुकाबला होगा…

पहली बार उत्तराखंड के किसी मंत्री पर कार्यकाल के दौरान FIR दर्ज हुई है… आरोपियों की लिस्ट में पहले नंबर पर प्रेमचंद अग्रवाल का नाम हैं… फिर उनके पीआरओ का नाम है… और फिर गनर का नाम… पुलिस लोगों के गुस्से को शांत करने का प्रयास कर रहे हैं…. लेकिन लोग कह रहे हैं… तबतक उन्हें छोड़ेंगे नहीं… जब तक उनकी राजनीति को तोड़ेंगे नहीं… तभी तो लोग अब कहने लगे… देश में ऐसे कैबिनेट मंत्री कम होते होंगे जो सरकार में होते हुए उनपर मुकदमा दर्ज हो… अब तो उन्हें इनाम मिलना चाहिए… अब तो लोग 307 की मांग करने लग गए हैं… कुछ लोग तो कहते हैं कि इनका नाम गिनीज बुक मैं बर्खास्तगी के लिए आने वाला है… तंज किए जा रहे हैं… लोगों की जुबां पर अब प्रेमचंद के अगली बात है… तो उन्हें बर्खास्त किया जाए…

अब ऋषिकेश के लोगों ने प्रेमचंद के खिलाफ पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है… ऋषिकेश में आंदोलनकारी संगठनों के साथ शिवाजी नगर के नागरिकों ने 7 मई को जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया… घाट चौराहा पर सांकेतिक जाम लगाया… गुस्साए लोगों ने कोतवाली में अधिकारियों का घेराव किया और इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाएं…शिवाजी नगर में मौजूद सुरेंद्र सिंह नेगी के घर से लोगों और आंदोलनकारी संगठनों के सदस्यों ने जुलूस निकालकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया.. इस दौरान गुस्साए नागरिकों ने घाट चौराहा पर सांकेतिक जाम भी लगाया… बाजार में जुलूस निकालने के बाद सभी लोग कोतवाली पहुंचे… कोतवाली में भी प्रदर्शन किया…प्रदर्शन कर रहे लोग का कहना है कि सुरेंद्र सिंह नेगी को अवैध हिरासत में रखा गया… इस दौरान उनका जो मूल शिकायत पत्र था उसकी जगह दूसरा शिकायत पत्र तैयार कराया गया… गुस्साए लोग का कहना था कि इस मामले में वायरल हो रहे वीडियो में साफ दिख रहा है कि मंत्री और उनका गनर और दूसरा सुरक्षाकर्मी सहित कई लोग सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ मारपीट कर रहे हैं… कुल प्रेमचंद अग्रवाल ने विवादों की जिस कथा की शुरुआत की थी… उसका अंत नहीं हुआ… एकतरह से कहिए उसका आरंभ हुआ… खत्म शायद तब होगा… जब प्रेमचंद अग्रवाल अपने पद से इस्तीफा देंगे…