• बीजेपी, सीएम, क़ुरान
  • गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत पढ़ रहे हैं पवित्र क़ुरान
  • सीएम ने कहा कि उंहे कुरान में लिखा जानने की उत्सुकता
  • क़ुरान के अलावा बाइबल पढ़ने की इच्छा भी जाहिर की
  • कोई धर्म-ग्रंथ दूसरे घर्म को बुरा कहने की बात नहीं करता

किसी भी धर्म का व्यक्ति किसी भी धर्म के बार में जानकारी हासिल कर सकता है उसके धार्मकि ग्रंथो को पढ़ सकता है लेकिन अगर ऐसा कोई बीजेपी का नेता करे तो फिर मौजूदा हालात में ये खबर तो बन ही जाती है ..क्योंकि बीजेपी की पहचान एक कट्टरवादी हिंदु संगठन की है …. भाजपा के एक मंत्री इन दिनों कुरान पढ़ रहे हैं क्यंकि उनकी काफी दिनों से जिज्ञासा थी कि आखिर पवित्र कुरान में लिखा क्या है .. और ऐसा करने वाले हैं बीजेपी शासित गोवा के मुख्य मंत्री प्रमोद सावंत .. जी हां सीएम प्रमोद सावंत इन दिनो पवित्र कुरान का हिंद अनुवाद पढ़ रहे हैं .. इस पर बात करत हुए प्रमोद सावंत ने कहा कि कि मैं जाननत चाहता था कि कुरान में क्या लिखा है .. मुझे इसे पढ़ने की काफी उत्सुकता थी .. साथ ही सावंत ने बाइबिल पढ़ने की भी अपनी इच्छा जाहिर की .. गोवा को मुक्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ये बात अपने विधानसभा क्षेत्र में आयोजित इद-ए-मिलाद समारोह को संबोधित करत हुए कही ..उंहोंन बताया कि उनके किसी परिचित ने उंहे हिंदी में अनुवादित पवित्र कुरान दी थी ,, सावंत ने बताया कि अभी वो इसे पूरा नहीं पढ़ पाए हैं उंहोंने ये भी बताया कि वो पवित्र कुरान के साथ साथ बाइबल का भी अध्यन करने की कोशिश कर रहे हैं ..

सावंत ने कहा कि मैंने कुरान को अभी पूरा नहीं पढ़ा है ..सिर् कुछ ही अध्याय पढ़े हैं जिस तरह मैंने बाइबल के कुछ ही हिस्सों को पढ़ा ह .. मैं बाइबल पड़ने की कोशिश कर रहा हूं .. सीएम ने बताया कि उंहोंने भगवत गीता को पहे ही पढ़ रखा है .. इसी दौरान सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि न तो गीता, न ही कुरान और न ही बाईबल किसी भी दूसरे धर्म को बदनाम करने की बात नहीं करते .. उंहोंने कहा कि पवित्र कुरान कहता है कि उसका धर्म सबसे श्रेष्ठ है लेकिन साथ ही साथ यह भी कहा क अन्य धर्मों को भी सम्मान दिया जाना चाहिए .. कुरान का जिक्र करते हुए सावंत ने कहा कि इसमें मनुष्य को दूसरे जीवों से ऊपर रखा गया है… उन्होंने कहा कि सरकार भेदभाव में विश्वास नहीं करती. गोवा एकमात्र राज्य है जिसके पास समान नागरिक संहिता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ अन्य राज्य भी अब इसे लागू करना चाहते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि गोवा को धार्मिक सहिष्णुता और सभी पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकार देने के लिए जाना जाता है.