पीएफ घोटाले को अपनी सरकार के शासनकाल का दायित्व मामने से वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को गुरेज है…. जो भी घोटाल हुआ है… कर्मचारियों को जो भी नुकसान हुआ… जो भी परेशानियां हुई… दिक्कतें और मुश्किल आई… वो मानकर चल रहे उसके उनकी सरकार की जिम्मेदारी नहीं है…लेकिन आर्थिक मंदी की मार देश में है… तो उसके लिए जिम्मेदारों में से एक जिम्मेदार कौन है…. आप जवाब देंगे ये मानते हुए कि देश में आर्थिक मंदी…. यूपी सरकार के मंत्री, सबसे अहम ओहदे पर बैठे वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को देश में मंदी दिखता ही नहीं है… इसलिए तो कहते है…. ना बाजार में मंदी है… ना इंडस्ट्री में मंदी है… मंदी तो सिर्फ मीडिया में दिखाई जा रही है..
तो इसे क्या कहेंगे… जनता क्या कहेगी…क्या समझेगी… क्या लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ मीडिया यूं ही सबकुछ बोलता जा रहा है.. वो जो तथ्यों के साथ दिखा रहा है… क्या भ्रामक है… जो जनता झेल रही है… उसके दर्द को समझते हुए…. मीडिया उसको अगर सबके सामने ला रहा है…. क्या वो झूठा है… ये नहीं हो सकता है… तो मंत्री जी आप जो बोल रहे हैं… मंदी को मीडिया की उपज बता रहे हैं…. ऐसा लगता है… कि आप जनता के जले पर नमक छिड़क रहे हैं….