Akhilesh-Dimpleको छोड़ BJP में जाकर अब Aprna Yadav पछता रही है ! Aprna Yadav ने कुछ ऐसा सियासत संकेत दिया… जिससे लगा मजबूरी में ऐसा कर रही है !

यूपी के निकाय चुनाव में सियासी क्रिया… मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव की पहली प्रतिक्रिया
ऐसा लग रहा सपा को छोड़ना है ‘भारी’… मजबूरी है बने रहना ‘अभारी’
अपर्णा यादव की सियासत को मिला संदेश… अपर्णा दे दिया सियासी संकेत?

जितनों ने मुलायम परिवार की सबसे छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव की सियासत पर अनुमान लगाया होगा… पूर्वानुमान किया होगा… अपने विश्लेषण से आंकलन किया… उन सभी को मात खानी पड़ी… जब वो सपा छोड़ सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद लेकर बीजेपी में गई… तो माना जा रहा था… बीजेपी में उनके लिए एक बड़ा पद इंतजार किया जा रहा है… बीजेपी आलाकमान उन्हें सिर आंखों पर बैठाने वाले हैं… उन्हें अखिलेश और डिंपल की काट के तौर पर देखा जा रहा था… लेकिन ऐसा अब तक तो हुआ नहीं… अपर्णा यादव बीजेपी में गुमनाम होकर रह गई है… जिस पद की लालसा के लिए गई होगी… वो पद बीजेपी ओर से अबतक अपर्णा यादव के लिए पनपाया ही नहीं गया… पहले कहा जा रहा था कि अपर्णा यादव बीजेपी से एमएलसी बनेंगी…. लेकिन ऐसा हुआ नहीं… बीजेपी ने कई ऐसे चेहरों को एमएलसी बना दिया… जो जनता के लिए गुमनाम है… लेकिन अपर्णा यादव को नहीं बनाया… जिनका मुलायम परिवार की बहू होने के नाते जनता के बीच नाम है… लेकिन अब शायद गुमनाम हो रही है… कहा तो ये भी गया था… मुलायम के निधन के बाद मैनपुरी के खाली हुई लोकसभा सीट पर अपर्णा चुनाव लड़ेंगी… लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ… हां ये बात और हुई… उसी मैनपुरी की सीट से उनकी जेठानी डिंपल यादव चुनाव लड़ी और शानदार तरीके से अपने विरोधी को मात दी… अपर्णा की बीजेपी को एहसास करा दिया… मुलायम के गढ़ को जीतना इतना आसान नहीं…
अब यूपी नगर निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच प्रदेश में सियासी पारा लगातार चढ़ता ही जा रहा है… जहां टिकट के दावेदार पूरा जोर लगा रहे हैं तो वहीं बधाई देने वाले बधाई दे रहे हैं… इस बीच सपा से बीजेपी में शामिल हुईं दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात की है… अपर्णा जब पार्टी में शामिल हुई थीं तब कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे… कहा तो यहां तक जा रहा था कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है, लेकिन अभी तक यह कयास और चर्चाएं निराधार ही साबित हुईं हैं….इससे पहले बताया जा रहा था कि अपर्णा बीजेपी से एमएलसी बनकर विधान परिषद पहुंचेंगी…. उसके बाद कहा गया कि वे मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लडेंगी, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ… अब देखना है कि क्या पार्टी इसबार उन्हें टिकट देती है…. डिप्टी सीएम पाठक से मुलाकात में क्या बात हुई अभी यह तो सामने नहीं आया है, लेकिन इतना तो साफ है कि पार्टी में अभी तक अपर्णा को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली है. इसकी वजह चाहे जो भी हो….

यूपी नगर निकाय चुनाव के लिए बीजेपी ने भी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इस बीच अपर्णा ने एक ट्वीट करके आज बीजेपी उम्मीदवारों को बधाई दी है… ट्वीट में उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के अन्तर्गत अवध क्षेत्र की सभी नगर पालिका परिषद के लिए भारतीय जनता पार्टी के घोषित उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं… माना जा रहा है कि अपर्णा इस क्षेत्र में एक्टिव हो सकती हैं और बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान भी संभाल सकती हैं… हालांकि ये अनुमान ही है… और ये अनुमान सियासी जमीन पर सच के तौर उतर पाएगा… या नहीं… इसे 100 फीसदी विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता है… क्योंकि अपर्णा की सियासत के बारे में जब अनुमान किया गया…. वो सच साबित नहीं हो पाया है… सपा में तो महीने में 5 से 6 बार लोगों की जुबां अपर्णा य़ादव का नाम आ जाता था… लेकिन बीजेपी में जब से अपर्णा यादव आयी है… तब से सियासी आधार पर उनका नाम लोगों की जुबां पर चढ़ा ही नहीं…