Uttarakhand में ‘मजार जिहाद’ के बाद नया खेल | देखिए…ईद पर क्यों पढ़ा दिया हिंदू बच्चों से नमाज ?

मजार जिहाद के बाद नमाज का पढ़ाया फंडा !
देवभूमि के स्कूल का ये कैसा नया हथकंडा ?
स्कूल में पढ़ाई…हिंदू बच्चों से नमाज अता कराई !
उत्तराखंड में को खंड-खंड करने का प्लान…कहीं मजार तो कहीं नमाज !

आखिर क्या प्लानिंग है जो हिंदू बच्चों को नमाज पढ़ा दिया जाए…क्या साजिश हो सकती है जहां मजारें न हो वहां मजार ही मजार दिखे…आखिर भारत की संस्कृति के साथ ये कैसा खेल हो रहा है….ईद के मौके पर उत्तराखंड के साथ ऐसी साजिश हुई है…जिसके बाद से हड़कंप मचा है….कोई कुछ भी बोलने को राजी नहीं है…जो जहां है शांति से समय बिता रहा है….लेकिन इस शांत माहौल में पहाड़ वालों के साथ कैसी साजिश रची जा रही है….क्या पहाड़ पर अब वो संकट गहराने वाला है जो दूसरे राज्य में सियासत का मुद्दा है…उत्तराखंड भारत का ऐसा राज्य है…जहां हिंदू देवताओं के मंदिरों की भरमार है…जहां की रीति रिवाज सबसे अलग है…चारधाम से लेकर कई ऐसे मंदिर भी हैं जिनमें कई शक्तियां हैं…लेकिन अब इसी राज्य में कुछ बड़ी साजिश रची जा रही है…उत्तराखंड को लगता है किसी की नजर लग गई है…हिंदुओं के लिए पहाड़ सबसे अलग है…क्योंकि वहां भक्ति की अपार महीमा है…लेकिन देवभूमि उत्तराखंड में मजार जिहाद का विवाद अभी थमा ही नहीं था कि एक और मामले ने तूल पकड़ लिया है….पहाड़ों की शांत वादियों में बड़ी साजिश की बू आ रही है….उत्तराखंड के पार्कों में कहीं मजारें ही मजारें बनाईं जा रही हैं तो कहीं स्कूलों में हिंदू बच्चों से नमाज पढ़ाया जा रहा है…पहाड़ पर साजिश के तहत इस खेल का खुलासा धीरे धीरे ही सही लेकिन हो रहा है…उत्तराखंड में ऐसी साजिश के पीछे किसका हाथ हो सकता है इसका भी खुलासा होना चाहिए…लेकिन अब आपको हम वो बात बताने जा रहे हैं जिसकी कल्पना भी आपने नहीं की होगी…उत्तराखंड में हिंदू बच्चों से नमाज पढ़ाने का मामला आने के बाद विवाद गहराता जा रहा है…एक तो प्रदेश में बीजेपी की सरकार है…उपर से इस तरह के साजिश भी हो रहे हैं…जो कहीं न कहीं सरकार पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं….लेकिन उत्तराखंड को लेकर जो प्लान रची जा रही है…वो कितने दिनों तक छिप सकता था..एक ना एक दिन ऐसा होना ही था….

देहरादून से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है….जहां श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल और गौतम इंटरनेशनल स्कूल में ईद के मौके पर तुगलकी फरमान जारी करते हुए बच्चों को सफेद कुर्ता-पायाजा और टोपी पहनकर स्कूल आने का निर्देश दिया था…. साथ ही बच्चों के घर से अपने साथ कोरमा लाने की भी बातें कहीं थी…… बताया जा रहा है कि…. ईद के मौके पर स्कूल पहुंचे बच्चों को स्कूल प्रबंधक ने नमाज पढ़ाई….. इस के बाद अभिभावकों ने दोनों स्कूल प्रबंधकों की शिकायत पुलिस को दी और जमकर हंगामा किया….. मामले को बढ़ता देख स्कूल से प्रिंसिपल वहां से फरार हो गया….. स्कूल खुलने पर हिंदू वाहिनी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर पहुंचकर जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की…. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दोनों स्कूल प्रबंधकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि… ईद की छुट्टी के दिन बच्चों को स्कूल में सफेद कपड़े और मुस्लिम टोपी पहनने को बोला गया था…. और बच्चों को अपने साथ घर से कोरमा लाने का भी निर्देश दिया गया था…. इससे पहले स्कूल प्रबंधकों ने स्कूल परिसर में होली के खेलने पर रोक लगाते हुए बच्चों को रंग न खेलने की हिदायत दी थी….स्कूल पर आरोप है कि….बच्चों को जबरन उर्दू पढ़ाई जा रही है…..वहीं जबरन छात्र छात्राओं का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है…. अभिवावकों का आरोप है कि स्कूल में होली का त्योहार मानने पर पाबंदी लगाई गई जबकि ईद के दौरान सभी बच्चों को पारंपरिक वेश भूषा में आने को कहा गया जिससे यह साबित होता है कि स्कूल बच्चों को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहा है …..वही स्कूल की माने तो ऐसा किसी भी बच्चे को नहीं कहा गया कि उसे उर्दू पढ़ना जरूरी है …..उर्दू स्कूल में पढ़ाई जरूर जाती है लेकिन यह एक वैकल्पिक विषय है जिसे पढ़ने के लिए किसी भी विद्यार्थी पर दबाव नहीं बनाया गया है…ये पहला मामला नहीं है…इससे पहले पहाड़ के पार्कों में मजारों को लेकर बवाल मच चुका है…क्योंकि जहां कल तक मजार नहीं था…वहां अब मजारें ही मजारें दिख रहे हैं….इस मामले को लेकर पहाड़ के लोगों में डर फैल गया है…कि आखिर ये काम किस साजिश और मकसद से की जा रही है….